इटावा के वृंदावन गार्डन में अपने सैकड़ों साथियों के साथ अयोध्या कूच से पहले पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए दो दिन से गोरखपुर में भटके लेकिन उन्होंने मिलने की दिशा में कोई तहजीह नहीं दी। इस मुद्दे पर हिन्दू-मुसलमान का कोई विवाद नहीं है। राजनेता इस पर बेवजह राजनीति कर रहे हैं। वे राष्ट्रपति के पास जाकर अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण की वकालत करेंगे।
कोर्ट ने कहा है कि वे पुराने पक्ष को सुनेंगे लेकिन सुन्नी वक्फ बोर्ड जमीन की मालिक नहीं बन सकती है जब कि हम जमीन के मालिक हैं। हम राष्ट्रपति को लिखकर देंगे और एक पिटीशन भी फाइल करेंगे कि इस मुद्दे को जल्द से जल्द खत्म किया जाए। इस मुद्दे को पार्लियामेंट या सुप्रीम कोर्ट को रेफर किया जाए और मंदिर बनवा दिया जाए।