उन्होंने कहा कि यहां की सरकार अन्याय की पर्यायवाची हो गयी है। महिलाएं बेरोजगारों और युवाओं के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। सरकार को हटाने के लिए लोगों को सड़कों पर उतरना होगा। यह सरकार कोरोना काल में लोगों को आक्सीजन और चिकित्सीय सुविधा नहीं दे पाई। प्रदेश सरकार कह रही है कि 23000 लोग मरे हैं लेकिन हकीकत में 15 से 17 लाख लोग मरे हैं।
यूपी में अत्याचार और अन्याय की पराकाष्ठा
प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि प्रदेश में अत्याचार और अन्याय की पराकाष्ठा हो गयी है। उत्तर प्रदेश सरकार अन्याय की पर्याय बन गयी है। किसान, बेरोजगार, नौजवान, महिलाएं अपना हक मांगती है तो लाठीचार्ज होता है। कदम-कदम पर अन्याय हो रहा है। ऐसी स्थिति में सरकार को हटाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं अन्यथा देश भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएगा। प्रदेश में लाखों लोग कोरोना से मरे लेकिन सरकार ने छुपा लिया। इतनी जुल्मी सरकार को हटाना ही पड़ेगा।
प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि प्रदेश में अत्याचार और अन्याय की पराकाष्ठा हो गयी है। उत्तर प्रदेश सरकार अन्याय की पर्याय बन गयी है। किसान, बेरोजगार, नौजवान, महिलाएं अपना हक मांगती है तो लाठीचार्ज होता है। कदम-कदम पर अन्याय हो रहा है। ऐसी स्थिति में सरकार को हटाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं अन्यथा देश भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएगा। प्रदेश में लाखों लोग कोरोना से मरे लेकिन सरकार ने छुपा लिया। इतनी जुल्मी सरकार को हटाना ही पड़ेगा।