सैफई मेडिकल यूनीवसिर्टी के प्रवक्ता के अनिल पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि इटावा से उन्हें लेकर आने वाली बस में प्रतिदिन करीब 25 स्टाफ के लोग भी आते-जाते थे। ऐसे में अब सबकी जांच कराई जा रही है। स्टैनोग्राफर इटावा के कुंज के रहने वाले है। जो कि यूनीवसिर्टी संचालित स्टाफ बस से इटावा से हर रोज आते रहे हैं। यूनिवर्सिर्टी प्रशासन के अनुसार उन्हें शुक्रवार को फीवर आने पर उन्होंने नोडल आफिसर डा. रमाकांत रावत को अवगत कराया तो उन्होंने कोविड 19 जांच के लिए निर्देश दिए थे।
इसी बीच सोमवार की रात करीब 10 बजे उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाने से चिकित्सा विश्वविद्यालय में हडकंप मच गया। कोरोना पॉजिटिव निकलने वाले स्टेनोग्राफर को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है और इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में स्थापित कोविड-19 कंट्रोल रूम में तैनात स्टाफ एवं बस में एक साथ आने वाले स्टाफ का सैंपल लिया जा रहा है।
रात को तीन बजे चिकित्सा अधीक्षक डा. आदेश कुमार, प्रतिकुलपति डा. रमाकांत यादव,लवली जेम्स, डा. एसपी सिंह, रमाकांत रावत सहित नर्सिंग स्टाॅफ, क्लर्क,अपने अपने कोरोना टेस्ट के लिए पहुंचे। जहां पूरी रात हलचल बनी रही, सुबह से भी स्टाॅफ कर्मचारी डॉक्टर भी अपना अपना टेस्ट करवाने के लिए लाइन में लग गए। अभी इस बात का पता नहीं चल सका है कि स्टेनोग्राफर के सपंर्क में अभी कितने लोग बाहर के ऐसे है। चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय को कई दफा सेनेटाइज किया गया। मेडीकल यूनिवर्सिटी के इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में स्थापित कोविड कंट्रोल रूम में तैनात स्टेनोग्राफर के कोरोना संक्रमित निकलने के बाद यूनीवसिर्टी में दहशत देखी जा रही है।