इटावा

इटावा में फिर दिखा चाचा-भतीजे की जोड़ी का कमाल, जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्विरोध जीते अभिषेक यादव

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रदेश महासचिव रघुराज सिंह शाक्य दावा करते हैं कि समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के संयुक्त उम्मीदवार अभिषेक यादव को दोनो दलों के गठबंधन का फायदा मिला है

इटावाJun 26, 2021 / 06:08 pm

Hariom Dwivedi

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
इटावा. इटावा में एक बार फिर चाचा (शिवपाल सिंह यादव)- भतीजे (अखिलेश यादव) की जोड़ी का कमाल देखने को मिला है। ग्राम प्रधान और जिला पंचायत सदस्य पद के बाद इटावा में एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर मुलायम परिवार का कब्जा हो गया है। 26 जून के इटावा में सिर्फ सपा के उम्मीदवार अभिषेक यादव ने ही जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया। इससे उनका निविर्रोध निर्वाचन तय है। अभिषेक यादव के निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद उनके सरकारी आवास पर जश्न का माहौल है। हर और ढोल नगाड़े बजने शुरू हो गये हैं। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता निर्विरोध निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव को बधाई दे रहे हैं। गौरतलब है कि 1989 से जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर मुलायम परिवार या फिर समाजवादी पार्टी का कब्जा बरकरार है।
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने कहा कि भाजपा नेता केवल झूठ पर झूठ बोलते हैं, जिसका परिणाम इटावा में दिखाई दिया है। यहां उनको केवल एक सीट ही मिल सकी है। हैरत की बात यह है कि जीत के दावे करने वाली बीजेपी का कोई भी उम्मीदवार नामांकन पत्र तक नहीं खरीद सका, जबकि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने दावा किया था कि इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर उनकी पार्टी का प्रतिनिधि काबिज होगा।
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इटावा की जनता को दिया जीत का श्रेय
निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद अभिषेक यादव ने अपनी जीत का श्रेय इटावा की जनता को दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय जनता पार्टी के विरोध के चलते समाजवादी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों को इटावा में बड़े पैमाने पर जीत मिली है, जिसके नतीजे के तौर पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी अपना कोई उम्मीदवार भी घोषित नहीं कर पाई।
दावा : चाचा-भतीजे के गठबंधन ने दिलाई जीत
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रदेश महासचिव रघुराज सिंह शाक्य दावा करते हैं कि समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के संयुक्त उम्मीदवार अभिषेक यादव को दोनो दलों के गठबंधन का फायदा मिला है।
सपा-प्रसपा ने जीती थीं 20 सीटें
इटावा में समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया ने मिलकर के जिला पंचायत सदस्यों पद के लिए चुनाव लड़ा था। दोनों ने मिलकर 20 सीटें जीतीं जबकि बसपा और भाजपा को मात्र एक-एक सीट ही मिले। दो निर्दलीय भी विजयी रहे।
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