सूचना मिलने पर एसएसपी वैभव कृष्ण सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी थाने पहुंच गए। पुलिस ने इस मामले में 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मालूम हो कि सोमवार रात वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने पूर्व फौजी राम बहादुर सिंह की बाइक को सीज कर दी थी। इस पर रामबहादुर ने पुलिस कर्मियों को देख लेने की धमकी दी थी। हमलावर बाइक ले जाने का प्रयास करने लगे जिससे थाने में अफरा-तफरी मच गई।
थाने के दस्तावेज फाड़े जानकारी के मुताबिक बाइक सीज होने के बाद रिटायर्ड फौजी राम बहादुर अपने गांव मनिकापुरा जाकर सोमवार देर रात गांव से करीब एक दर्जन से अधिक लोगों के साथ लाठी-डंडे और कुछ अन्य हथियार लेकर बढ़पुरा थाने पहुंचा। उसने थाने में घुसते ही वहां मौजूद मुंशी से गाली-गलौज शुरू कर दी और बाइक की चाबी छीन ली। थाने में रखे अभिलेख फाड़ दिए। हंगामा और शोर-सराबा सुनकर थाने के और सिपाही बाहर आ गए। इस पर रामबहादुर के साथ आए ग्रामीण सिपाहियों से मारपीट करने लगे। सिपाहियों की सूचना पर उदी चौकी इंचार्ज जितेंद्र कुमार वशिष्ठ पुलिस बल के साथ थाने पहुंचे और बंदूकें तानकर चार लोगों को पकड़ा, जबकि पांच भाग निकले। थाने में उदी चौकी इंचार्ज ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
कई पर मामला दर्ज पुलिस के मुताबिक थाने पर हमला करने और पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करने वाले राम बहादुर सिंह, उनके पुत्र अभिनव उर्फ राहुल, दिव्यांशु पुत्र मनोज सिंह निवासी ग्राम मनिकापुरा व श्याम सिंह पुत्र राजाराम निवासी ग्राम असवा थाना बढ़पुरा को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, घटना के आरोपी जोगिंदर पुत्र नवाब सिंह, सुरेश सिंह पुत्र जगदीश सिंह, बलराम सिंह पुत्र लाखन सिंह, मनोज सिंह पुत्र बलराम सिंह, लल्लू पुत्र रामसिंह निवासी ग्राम मनिकापुरा मौके से भागने में सफल रहे। पुलिस उन्हें पकडऩे का प्रयास कर रही है। इधर पीडि़त पक्ष के लोगों ने भी पुलिस पर घर पर महिलाओं से मारपीट का आरोप लगाया है। एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि आरोपियों ने थाने में घुसकर हंगामा कर पुलिस कर्मियों से मारपीट की। है। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।