आपातकाल लगाने की सोच रही थी सरकार
आपको बता दें कि पेट्रोल-डीजल के दामों में हो रही लगातार वृद्धि से परेशान जनता ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। बीते शनिवार को प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिसके बाद सरकार आपातकाल लगाने पर विचार करने लगी थी, लेकिन आखिरकार सरकार को प्रदर्शनकारियों के आगे झुकना पड़ा और तेल पर से टैक्स को हटाने का फैसला कर लिया।
प्रदर्शनकारियों से मिलने वाले थे प्रधानमंत्री
आपको बता दें कि फ्रांस के प्रधानमंत्री एडुआर्डो फिलिप्पे मंगलवार को ही प्रदर्शनकारियों से मुलाकात करने वाले थे, लेकिन प्रदर्शनकारी इसके लिए तैयार नहीं हुए तो ऐसे में सरकार को टैक्स हटाने का ही फैसला लेना पड़ा।
300 से ज्यादा लोग हो चुके हैं गिरफ्तार आपको बता दें कि फ्रांस के अंदर नवंबर के शुरुआत से ही पेट्रोल-डीजल पर बढ़े टैक्स का विरोध हो रहा था, लेकिन बीते शनिवार को ये हिंसक हो गया। फ्रांस के इतिहास में इस प्रदर्शन को अभी तक सबसे बड़ा और भयानक प्रदर्शन कहा जाने लगा। करीब एक लाख 36 हजार लोग इस प्रदर्शन में शामिल थे। शनिवार को तो हालात ऐसे खराब हो गए कि सरकार को आपातकाल पर विचार करना पड़ गया। हिंसक घटनाओं में 100 से ज्यादा लोगों के घायल होने की तो वहीं 300 से ज्यादा लोगों के गिरफ्तार होने की खबर थी।