लड़कियों को उत्पीड़न एवं उपेक्षा से बचाया जाए कानूनगो ने कहा कि ग्लोबल टीचर प्राइज शिक्षकों को प्रेरण देने वाला पुरस्कार है। इससे उन्हें सम्मान मिलता है। कानूनगो ने जोर देकर कहा कि उनका प्रयास है कि गरीब पृष्ठभूमि के बच्चों खासकर लड़कियों को उत्पीड़न एवं उपेक्षा से बचाया जाए और वे बच्चे भाषा अध्ययन को आत्मसात करें और अपना आत्मविश्वास बढ़ा पाएं। रावल ने कहा कि अच्छे शिक्षक बच्चों को अच्छा इंसान बनने में मदद कर सकते हैं। जब हम शिक्षक उनके साथ अपनी जिंदगी जीते हैं तब हम इन बच्चों को अधिक जवाबदेह इंसान बनने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
दुबई में पुरस्कार समारोह के लिए बुलाये जाएंगे रावल ने अपनी अनोखी शिक्षण पद्धतियों के माध्यम से गली-मुहल्लों और ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों तक पहुंच कायम की। इन दोनों को दुनियाभर से 179 देशों से मिलीं दस हजार प्रविष्टियों में चुना गया। इन पचास उम्मीदवारों में अंतिम दौर के लिए दस चुने जाएंगे। फिर ग्लोबल टीचर प्राइज एकेडमी उन दस में विजेता का चयन करेगी। अंतिम दौर में पहुंचने वाले सभी उम्मीदवार 24 मार्च, 2019 को दुबई में पुरस्कार समारोह के लिए बुलाये जाएंगे।