वैज्ञानिकों के मुताबिक नए खोजे ज्वालामुखी 100 से लेकर 3850 मीटर ऊंचे हैं। ये सभी ज्वालामुखी बर्फ की मोटी चादरों से ढके हुए हैं। यह ज्वालामुखी पश्चिम अंटार्कटिका रिफ्ट सिस्टम में मौजूद हैं।
नेपाल में बीते कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश में मरने वालों की संख्या बढ़कर 91 हो गई है। अभी तक हजारों लोगों को विस्थापित किया जा चुका है। प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने सोमवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार राहत एवं बचाव कार्यो सहित पुनर्वास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने गृह मंत्रालय के हवाले से बताया, “सरकार ने बचाव एवं राहत कार्य तेज कर दिए हैं। नेपाल सेना के सात हेलीकॉप्टर, निजी क्षेत्र के छह हेलीकॉप्टर, मोटर बोट और रबर बोटों की मदद ली जा रही है।” देश में शुक्रवार से बाढ़ का प्रकोप जारी है। इससे देश के पूर्वी, मध्य एवं पश्चिमी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। अभी तक कुल 50,000 घर जलमग्न हो चुके हैं। बाढ़ में 3,000 से अधिक घर नष्ट हो चुके हैं और अनुमानित रूप से 400 मवेशियों की मौत हो चुकी है। बाड़ से 22,000 लोगों को विस्थापित करना पड़ा है। मंत्रालय का कहना है कि मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार दोपहर से बादल फटने की घटनाएं रूक गई हैं।