परीक्षार्थी की ओर से उत्तर पुस्तिका पर भगवान या गुरु का नाम, ऊं, श्री गणेश, ***** जैसे शब्द लिखने को भी आईसीएआई ने अमान्य करार दिया है। अगर कोई परीक्षार्थी उत्तर पुस्तिका या अतिरिक्त उत्तर पुस्तिका पर धार्मिक शब्द या चिह्न लगाता है तो उसकी कॉपी जांच अवैधानिक हो जाएगी। इसके अलावा परीक्षा केंद्र में सुपारी चबाने, पान या गुटखा खाने और धूम्रपान करने पर भी परीक्षार्थी पर कार्यवाही हो सकती है।
परीक्षा में धार्मिक चिह्नों का इस्तेमाल करना अवैधानिक है। अगर कोई परीक्षार्थी एेसा करते हुए पाया गया तो उसे परीक्षा से अमान्य करार कर दिया जाएगा। अजय सोनी, उपाध्यक्ष, आईसीएआई जोधपुर शाखा
ला ट्रोब बिजनेस स्कूल में नवंबर से दाखिले, 25 प्रतिशत तक स्कॉलरशिप
नई दिल्ली। आस्ट्रेलिया की प्रमुख ला ट्रोब बिजनेस स्कूल ने अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट के विदेशी विद्यार्थियों के कुल शिक्षा शुल्क पर 15 प्रतिशत, 20 प्रतिशत और 25 प्रतिशत का स्कॉलरशिप देने की घोषणा की है। अंडरग्रेजुएट कोर्स के लिए फीस जहां 13 से 14 लाख रुपये है वहीं पोस्टग्रेजुएट के लिए फीस 15 लाख रुपये है। ला ट्रोब बिजनेस स्कूल ने कई नए कोर्स भी शुरू किए हैं। स्कूल में नवंबर में नए दाखिले शुरू होंगे।
भारत दौरे पर आए ला ट्रोब बिजनेस स्कूल (एलबीएस) के प्रमुख प्रो. पॉल मैथर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ला ट्रोब बिजनेस स्कूल, आस्ट्रेलिया 2017 से अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट के विदेशी विद्यार्थियों के कुल शिक्षा शुल्क पर 15 प्रतिशत, 20 प्रतिशत और 25 प्रतिशत का स्कॉलरशिप दे रहा है। प्रतिभा के आधार पर ये स्कॉलरशिप विद्यार्थियों को उनके अब तक शिक्षा प्रदर्शन के अनुसार दिए जाएंगे। स्कॉलरशिप पहले आने वाले विद्यार्थियों को पहले दिए जाने का प्रावधान किया गया है।
प्रो. मैथर ने कहाकि ला ट्रोब बिजनेस स्कूल ने कई नए प्रोग्राम शुरू किए हैं जैसे ‘मास्टर ऑफ प्रोफेशनल अकाउंटिंगÓ (सीपीए आस्ट्रेलिया एक्सटेंशन), ‘मास्टर ऑफ प्रोफेशनल अकाउंटिंग’ (बिजनेस एनालिटिक्स), ‘मास्टर ऑफ प्रोफेशनल अकाउंटिंगÓ (इन्फॉर्मेशन सिस्टम्स मैनेजमेंट); और नए रूप में बैचलर ऑफ बिजनेस और बैचलर ऑफ कॉमर्स के कोर्स पेश किए गए हैं। ये प्रोग्राम देश के बाजारों और विदेशी बाजारों के अनुकूल बनाए गए हैं।
भारत के विद्यार्थियों की मांग को ध्यान में रखते हुए एलबीएस ने अंडरग्रैजुएट बिजनेस कोर्सों के लिए नवंबर में नए दाखिलों की घोषणा की है। यह फरवरी और जुलाई के दो सेमेस्टर के अतिरिक्त होगा।
उन्होंने कहा कि ला ट्रोब बिजनेस स्कूल ने कुछ वर्षों पहले अपने पोस्ट ग्रेजएट कोर्स के लिए तीसरे सेमेस्टर की शुरुआत की जिसकी भारत, श्रीलंका और नेपाल के विद्यार्थियों में बड़ी मांग है। इसके अतिरिक्त इंडस्ट्री और जॉब मार्केट के हाल के रुझानों को देखते हुए नए प्रोग्राम शुरू किए गए हैं।
प्रो. पॉल मैथर ने कहा कि ला ट्रोब युनिवर्सिटी ने पिछले दो वर्षों में एकेडमिक रैंकिंग ऑफ वल्र्ड युनिवर्सिटीज (एआरडब्ल्यूयू) के अनुसार 200 रैंक की ऊंची छलांग लगाई है और आस्ट्रेलिया में सबसे अधिक सुधार दर्ज करने वाली युनिवसीर्टी बन गई है। ला ट्रोब युनिवसीर्टी का 2017 में वैश्विक स्थान 301 है।