छात्रों पर दवाब कम करने के लिए बोर्ड ने घोषणा की है कि 33 फीसदी अधिक आंतरिक विकल्प प्रश्न होंगे और वह ‘रचनात्मक जवाबों’ को अधिक ‘प्राथमिकता’ देगी। सीबीएसई ने यह भी कहा कि वह नतीजों की घोषणा पिछले साल से एक सप्ताह पहले करने की कोशिश में जुटी है। तीन लाख से अधिक लोग परीक्षाओं की निगरानी करेंगे, जिसमें अधीक्षक, पर्यवेक्षक और नोडल अधिकारी शामिल होंगे।