प्राणियों की रक्षा
दोड्डहल्ली ने कहा कि सोसायटी दुर्घटनाओं में घायल जानवरों, पक्षियों और सांपों को बचाती है। सोसायटी के सदस्यों ने धारवाड़-हलियाल रोड पर विभिन्न स्थानों पर वाहनों की चपेट में आए बंदरों, गायों, कुत्तों, बछड़ों, मोरों, हिरणों, नेवलों और चील सहित विभिन्न जानवरों और पक्षियों को बचाया और उनका इलाज किया है। उनमें ही एक पशुचिकित्सक है और वे ही उपचार करते हैं। इस तरह हजारों प्राणियों-पक्षियों को बचाया गया है। पशु-पक्षियों की सुरक्षा और इलाज के लिए जगह की जरूरत है। यदि जिलाधिकारी जगह उपलब्ध करा दें तो सुविधा होगी।2 हजार से ’यादा पौधे लगाने की योजना
धारवाड़ जिला वन विभाग ने वन्यजीव कल्याण सोसायटी के सहयोग से जंगली जानवरों के लिए पानी की व्यवस्था की है। वन्यजीव कल्याण सोसायटी के सदस्यों ने पिछले चार-पांच वर्षों में धारवाड़ के विभिन्न हिस्सों में एक हजार से अधिक पौधे लगाए हैं। अब पौधे दस फीट से अधिक लंबे हो गए हैं। उन्होंने इस साल बरसात के मौसम में 2 हजार से ’यादा पौधे लगाने की योजना बनाई है।–प्रदीप पवार, क्षेत्रीय वन अधिकारी