केंद्र सरकार की इस योजना से सवा किलोमीटर लम्बे वैराज का निर्माण फोरलेन पुल व रेलवे ब्रिज के मध्य होगा। जिससे अयोध्या से लेकर गुप्तारघाट तक पवित्र सरयू जल का घाटो पर 365 दिन एक समान गति से अविरल प्रवाह रहेगा। वैराज का निर्माण इस तरह से होगा कि भविष्य में जलयान को गुजरने के लिए अपेक्षित मार्ग मिल सके। विभिन्न अवसरों पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ सरयू स्नान के लिए उमड़ती है। रोजाना हजारों की संख्या में भक्त सरयू की धारा में स्नान करते है। वैराज का निर्माण होने के बाद राम की पैड़ी में सरयू जल का अविरल प्रवाह हो जायेगा। जिससे राम की पैड़ी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बन जायेगी। अयोध्या में पयर्टन की सम्भावनाओं को इससे बल मिलेगा। वैराज के निर्माण व राम की पैड़ी को साफ सुन्दर व स्वच्छ बनाने की मांग अयोध्या के संतो से लेकर श्रद्धालुओं द्वारा की जा रही थी 21 दिसम्बर 2016 को जीआईसी के मैदान में आयोजित केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी की जनसभा के दौरान सरयू नदी पर वैराज निर्माण तथा अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की सांसद लल्लू सिंह की मांग पर सहमति जताते हुए केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने इसके निर्माण की घोषणा की थी।