चार पीढ़ी देख ली
पति-पत्नी के लगभग साथ में निधन होने की वजह से दोनों को एक साथ अलग-अलग अर्थी पर ले जाया गया। ये देखने के लिए काफी भीड़ एकत्र हो गई। दोनों को राठी के श्मशान घाट पर ले जाया गया। वहां एक साथ दोनों की चिता बनाई। करीब 60 पहले स्वरूप सिंह की शादी रामवती से हुई थी। स्वरूप सिंह दिल्ली पुलिस से एएसआइ सेवानिवृत्त हुए थे। इनके पांच पुत्र कृष्णपाल, सुभाष, हरकिशन, राकेश, संजय और दो पुत्री कृष्णा और गीता हैं। सुभाष और हरकिशन दिल्ली पुलिस में एएसआइ हैं। स्वरूप सिंह और इनकी पत्नी ने अपनी चौथी पीढ़ी देखी थी। पूरे परिवार में बेटे, पोते और पड़पोते सहित 23 सदस्य हैं।
देखना साथ जाएंगे
स्वरूप सिंह ने मंगलवार को अपने एक पोते सौरभ से बातचीत के दौरान कहा था- ‘बेटा तेरी दादी की हालत खराब है, देखना हम एक साथ ही जाएंगे।’ और इसके अगले दिन ऐसा ही हुआ। स्वरूप सिंह के बेटे सुभाष ने बताया कि उनकी माता रामवती कुछ दिन से बीमार थी। उन्हें एशियन अस्पताल में भतीज़् कराया गया था। बुधवार शाम करीब साढ़े 5 बजे उनकी मौत हो गई। इसकी सूचना फोन से घर पर दी गई। इस घटना को तुरंत पिता स्वरूप को नहीं बताया गया। सभी को गुमसुम देख पिता सरूप को शक हो गया। टटोलने पर किसी बच्चे ने इसकी सूचना पिता को दे दी। यह सुनकर पिता रोने लगे और चारपाई पर बैठ गए। 10 मिनट में ही वह भी अचेत हो गए। इसके बाद उन्होंने अलविदा कह दिया।