प्रेसिडेंट मेडल मिल चुका
सिंह 1993 में भी फरीदाबाद में बतौर एएसपी रह चुके हैं। उन्हें 2008 में पुलिस मेडल और 2017 में प्रतिष्ठित सेवा के लिए प्रेसिडेंट पुलिस मेडल से नवाजा गया था। फिलहाल वह हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के विशेष सलाहकार के तौर पर काम कर रहे थे। कम्युनिटी पुलिसिंग और राहगिरी के अलावा स्पोट्र्स डायरेक्टर के पद पर भी वह तैनात रह चुके हैं। इसके साथ ही पूर्व में पुलिस कमिश्नर अंबाला/पंचकूला, आईजीपी हिसार रेंज और रेवाड़ी रेंज के आईजीपी रह चुके हैं।
सक्रिय गैंगों पर कार्रवाई के निर्देश
कमिश्नर का पदभार संभालते ही सिंह ने फरीदाबाद क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के साथ की मीटिंग की और जिले में अपराध पर काबू पाने के लिए दिशा-निर्देश दिए। ओमप्रकाश सिंह ने पहले ही दिन पुलिस अधिकारियों से कहा कि अपराधी फरीदाबाद में नजर नहीं आने चाहिए। उन्होंने जिले में सक्रिय अपराधिक गिरोहों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में डीसीपी अपराध मकसूद अहमद, एसीपी क्राइम श्री अनिल यादव के अलावा सभी क्राइम ब्रांच के इंचार्ज भी मौजूद थे।
जनता को लें विश्वास में
पुलिस आयुक्त ने कहा कि जनता और पुलिस में आपस का भाईचारा अच्छा होना चाहिए, जिससे अपराध के बारे में जनता के द्वारा पुलिस को सही समय सही और सटीक जानकारी मिल सके और अपराधियों पर लगाम लगाई जा सके। इससे पहले नवनियुक्त पुलिस आयुक्त के फरीदाबाद आगमन पर पुलिस आयुक्त कार्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। डीसीपी मुख्यालय राजेश दुग्गल, डीसीपी एनआईटी अर्पित जैन, डीसीपी बल्लभगढ़ मकसूद अहमद, डीसीपी सेंट्रल मुकेश मल्होत्रा, डीसीपी ट्रैफिक सुरेश कुमार ने नवनियुक्त पुलिस कमिश्नर की आगवानी की।
लेखक भी हैं
पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह लेखक भी हैं। उनकी अंग्रेजी में एक व हिंदी में दो पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उन्होंने ‘जिन ढूंडा तिन पाइयां’ शीर्षक से वर्ष 2019 में एक किताब लिखी है। इस पुस्तक का विमोचन हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किया था। सिंह का कहना है कि वे शौकिया तौर पर लिखते हैं। उनके लेखन में इर्द-गिर्द समाज में होने वाली घटनाओं का विवेचन है।