बिजली विभाग को भनक तक
इस अवधि में हरियाणा के बिजली विभाग को इस बात की भनक तक नहीं लगी कि बिजली उत्तरप्रदेश में बिजली की चोरी की जा रही है। विभाग की नींद तब खुली जब किसी अज्ञात व्यक्ति ने बिजली विभाग को इसकी जानकारी। यह सुनकर एकबारगी तो विभाग के अफसरों की आंखें खुली रह गई। आखिरकार विभाग के आला अफसर नींद से जागे और दूसरे राज्य में चोरी की जा रही बिजली का भंडाफोड़ किया। अब सरकार इस मामले में बिजली विभाग के अफसर और कर्मचारियों की मुश्के कसने की तैयारी कर रही है।
11 हजार वोल्टेज की लाइन से चोरी
यमुना पार जिस कंपनी में अवैध रूप से बिजली सप्लाई दी जा रही है। कंपनी के पास में रहने एक व्यक्ति ने दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की हिसार टीम को शिकायत की थी। इस पर बिजली निगम की एनर्जी ऑडिट टीम ने गोपनीय तरीके से छापा मारा तो मौके पर 24 ट्रांसफार्मर लाइन से जुड़े पाए गए। यमुना से सटे हुए ददसिया गांव में वर्ष 2015 में स्थानीय निवासी के नाम से बिजली निगम ने एक उपभोक्ता को 15 किलोवाट लोड का वाणिज्यिक कनेक्शन जारी किया था। इस कनेक्शन से ही सारा खेल किया गया। यमुना पार के उत्तर प्रदेश के फार्म हाउसों तक बिजली पहुंचाई जाने लगी। इसके लिए अलग से बिजली लाइनें भी डाली गई थीं। छापेमारी के दौरान जब जांच की गई, तो 11 हजार वोल्टेज की लाइन का लोड मिला। आश्चर्य की बात यह है कि यमुना पार तक बिछाई गई 11 हजार वोल्टेज की लाइन से ग्रेटर नोएडा में 24 ट्रांसफार्मर चलाए जा रहे हैं। बिजली चोरी के इस खेल में बिजली निगम के कई अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत भी सामने आ रही है।
अफसरों पर गिरेगी गाज
हिसार से आई एनर्जी ऑडिट टीम ने इसकी एक रिपोर्ट तैयार कर कार्रवाई के लिए प्रेषित कर दी है। बिजली निगम के अधिकारियों के मुताबिक, बिजली चोरी के बारे में अधिकारियों को छह साल तक पता क्यों नहीं लगा, यह उनकी कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाता है। रिपोर्ट के आधार पर जिले के अधिकारियों व कर्मचारियों पर कारज़्वाई होना तय है। इससे विभागीय अधिकारियों व कमज़्चारियों में खलबली मची हुई है। ग्रेटर फरीदाबाद डिवीजन के तहत आने वाले 66 केवीए सबस्टेशन (पावर हाउस) से यमुना क्षेत्र में हरियाणा की सीमा में बसे गांव को बिजली दी जाती है। इस मामले में फरीदाबाद और गुरुग्राम सर्किल के अधिकारियों की एक कमेटी गठित की गई है। तीन अधिकारियों की टीम एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपेगी। दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बिजली विभाग की ओर से पुलिस को भी सारे मामले से अवगत करा दिया है। इस मामले में दोषियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी।