इज्जत बचाने की खातिर लड़के को घर से भगाया
एक दिन ऐसा हुआ कि लड़कीं के चाचा किसी शादी समारोह में गए हुए थे और भतीजे को बरामदे में सोने के लिए कहा था।जब वह रात करीब 1 बजे बापस आये तो उन्होंने भतीजे को जगाया की घर का दरवाजा अंदर से क्यों खुला है। तो वह चक्कर में पड़ गया फिर उसने गांव के उस युवक का जिक्र किया कि वह 11 बजे तक यहीं पर हमसे बाते कर रहा था लेकिन मैं सो गया पता नहीं वही घर के अंदर तो नहीं गया। यह बात कहकर दोबारा सो गया। लड़कीं के चाचा दबे पांव घर के अंदर दाखिल हुए तो उन्होंने देखा कि गांव का वह युवक व भतीजी के तन पर एक भी कपड़ा नहीं है। उन्होंने दोनों को पकड़कर पहले पिटाई लगाई लेकिन मार खाने के बाद भी दोनों के मुह से एक भी आवाज नहीं निकली। उसके बाद अपनी इज्जत बचाने की खातिर लड़के को घर से भगा दिया और खुद छत पर जाकर सो गए।
चाचा ने दोबारा फिर पकड़ा
उन्होंने यह घटना सिर्फ अपनी भतीजे को बताई। उसके बाद से दोनों ने मिलकर लड़की पर नजर रखनी शुरू कर दी। फिर क्या था लड़की को लड़के से मिलने की तड़प लगने लगी। वह फोन पर बुलाती थी लेकिन लड़का भाई के जागने की बात कहकर मना कर देता था। एक दिन लड़की अपने आप घर से निकलकर उस लड़के से मिलने खेत में गई। जहां पर चाचा ने दोबारा फिर पकड़ लिया। लड़के को जान से मारने की धमकी दी तो लड़कीं ने अपने चाचा से कहा कि यदि हमको मिलने नहीं दिया तो मैं तुम्हारे ऊपर बलात्कार का आरोप लगा कर खेल करा दूंगी।
15 दिनों में विवाह करने का बनाया मन
फिर क्या था लड़कीं खेत से भागती हुई घर पहुंची और रोते हुए अपने मां बाप को बताया कि चाचा ने खेत मे ले जाकर मेरे साथ बलात्कार किया है। पिता को बहुत गुस्सा आया उन्होंने कहा आज उसको जान से मार देंगे। उसी हिम्मत कैसे हुई इस प्रकार की शर्मनाक हरकत करते हुए। तभी पीछे से लड़कीं का भाई भी पहुंच गया। उसने जब पिता के द्वारा यह आरोप चाचा के ऊपर लगता हुआ सुना तो उसने पूरी घटना अपने मां बाप को बताई तो लड़कीं के पिता ने लड़कीं की पिटाई कर दी। साथ ही साथ 15 दिनों में उसका विवाह करने का मन बना लिया है।