रविवार को सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ जनपद में जनता से भेट कर रहे थे। उसी समय राठी की मां राजबाला, बहन कोमल राठी व मामा का बेटा प्रदीप सेन्ट्रल जेल पहुंचा और जेल में सुनील राठी से तकरीबन एक घंटे तक मुलाकात की। इसके बाद तीनों परिजन जेल के बाहर आये। राठी के मामा के पुत्र प्रदीप के पीठ पर एक काला बड़ा बैग था। जो वह जेल के भीतर से लेकर निकला। उस बैग में क्या था यह किसी ने भी बताने से इंकार कर दिया। जिस समय परिजन जेल में राठी से भेंट कर रहे थे उस समय उनके दो लोग सेन्ट्रल जेल के बाहर हर गतिविधि पर नजर बनाये रहे।
जेल प्रशासन ने यह दिन क्यों चुना
सूत्रों की बात मानी जाए तो जेल डीआईजी वीपी त्रिपाठी ने मीडिया को पता न चल सके इसी वजह से यह रविवार का दिन चुना। यह माना जा रहा है कि इस दिन सीएम के कार्यक्रम में सभी मीडिया कर्मी लगे थे। उसी समय उन्होंने राठी के परिजनों की मुलाकात करा दी। नाम न छापने पर एक जेल कर्मचारी ने बताया कि जेल में क्या नहीं होता। यह सभी जानते हैं बस मीडिया अंदर जाने की परमिशन नही है। जेल में चल रहा है उसकी जानकारी जेल अधीक्षक को पूरी होती है। राठी के परिजनों झोलों में भरकर क्या लाये थे। उसके बाद उसमें क्या जेल से लेकर गए। यह किसी ने नही बताया यही होता है जेल का खेल।सुनील राठी के परिजनों को सामान्य पर्ची से मुलाकात कराई है। वैसे पुलिस कर्मी विना जैकेट के उसके पास नही जाते थे। आज एक घण्टे तक परिजन उसके साथ रहे है तो उस समय जेल का क्या माहौल होगा यह तो वही बता सकते हैं। जब राठी के परिजनों से बात करनी चाही तो वह कुछ बोलने को तैयार नही हुए। जेलर केपी सिंह ने बताया कि डीआईजी के आदेश पर राठी के परिजनों की सामान्य मुलाकात करा दी गई है।