ये भी पढ़ें- नए मोटर व्हीकल एक्ट कानून से समाजवादी पार्टी में भी मचा हड़कंप, अखिलेश यादव ने दिया बयान मुलायम पर दिया बड़ा बयान- इस दौरान श्रम मंत्री ने बसपा व सपा पर निशाना साधा। उन्होंने मुलायम सिंह यादव द्वारा आजम खां को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि जगजाहिर है कि मुलायम सिंह यादव के आजम खां के अभिन्न सहयोगी रहे हैं। इसलिए उनके लिए इस तरह की बातचीत कर उन्होंने अपना धर्म निभाया है। मगर, सही मायने में अगर आजम खां के लिए उनकी सदभावना होती तो 3 माह बाद मुलायम सिंह आवाज नहीं उठाते। अब ऐसा करके उन्होंने मात्र औपचारिकता निभाई है।
ये भी पढ़ें- उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के होश आने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने दिया बड़ा आदेश, सेंगर की बढ़ा दी मुसीबतें मायावती-अखिलेश पर कहा यह- उन्होंने कहा कि यूपी की राजनीति में मायावती का खेल खत्म हो चुका है और यह उसी दिन खत्म हो गया था. जब उन्होंने मुझसे पंगा लिया था। मैंने कहा था यूपी से मायावती का बोरिया बिस्तर बांधकर दिल्ली न भिजवा दिया तो मैं भी राजनेता नहीं। मैंने जो कहा वो करके भी दिखाया। लोकसभा चुनाव में बसपा के साथ गठबंधन करके अखिलेश यादव ने मायावती को आक्सीजन देकर जिंदा करने की कोशिश की है, लेकिन अखिलेश यादव खुद पैरालाइसिस होकर वेंटिलेटर पर चले गए। हालांकि मायावती जिंदा हो गईं हैं। वह यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि अब जिस तरह से मायावती ने पलट करके अखिलेश यादव को सबक सिखाया है, तो स्वाभाविक रूप से अब राजनीति में वह अकेले वापसी करेंगी और फिर उपचुनाव में उनकी एक भी सीट नहीं निकलने वाली है। क्योंकि मायावती का मकसद चुनाव जीतना नहीं बल्कि प्रत्याशियों व पार्टी के माध्यम से धन संग्रह करना है।