मामला दिल्ली हावड़ा रूट पर फतेहपुर में हसवा के रमवां में गेट नंबर 47 का है। गुरुवार की रात गेटमैन आरके शर्मा ड्यूटी पर तैनात था। गेेटमैन की ड्यूटी जागते हुए मुस्तैद रहकर होती है, लेकिन अरुण शर्मा ने सिग्नल देने वाली इलेक्ट्रिक टाॅर्च जलाकर बाहर रख दी और कमरे में जाकर सो गया। सिग्नल पाकर रात 12 बजे से लेकर सुबह छह बजे के बीच प्रयागराज एक्सप्रेस, रीवा एक्सप्रेस, शिवगंगा एक्सप्रेस, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, लिच्छवी एक्सप्रेस व प्रयागराज-जयपुर एक्सप्रेस समेत ट्रेनें सिग्नल क्लियर मानकर वहां से गुजर गईं।
इस चक्कर में रेलवे क्राॅसिंग के दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतार लग गई। सुबह छह बजे पीआरवी टीम पहुंची तब जाकर गेटमैन जागा। रेलवे फाटक खुले और जाम खत्म होकर आवागमन सामान्य हुआ। सेक्शन इंजीनियर अनूप सिंह के अनुसार गेटमैन ने पूछताछ में दो दिनों से तबीयत खराब होने और तीन से चार बजे के बीच दवा खाकर सोने की बात कबूली है। हालांकि रेलवे ने उसे निलंबित कर उसके खिलाफ जांच बैठा दी है। कुल मिलाकर गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
By Rajesh Singh