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20 मार्च तक बढ़ी राणा कपूर की रिमांड, अनिल अंबानी के बाद इन उद्योगपतियों पर लटकी समन की तलवार

locationनई दिल्लीPublished: Mar 16, 2020 06:29:30 pm

Submitted by:

Pragati Bajpai

यस बैंक मामले में ED द्वारा अनिल अंबानी को समन भेजने के साथ बिजनेस फ्रेटरनिटी और राजनीतिक गलियारों में दोनों के नाम को लेकर चर्चा जोरों से हो रही है ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या यस बैंक की हालत के पीछे अंबानी का हाथ है या वजह कुछ और है।

anil ambani

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नई दिल्ली : Yes Bank मामले में ED द्वारा गिरफ्तार राणा कपूर की रिमांड आज स्पेशल कोर्ट द्वारा 20 मार्च तक के लिए बढ़ा दी गई है। राणा कपूर पर बैंक में उनके कार्यकाल के दौरान HDIL group को 202 करोड़ रुपए का लोन सैंक्शन करने का आरोप है। इस लोन का इस्तेमाल ग्रुप द्वारा बैंक के पहले के लोन को चुकाने के लिए किया गया था ।

इसके साथ ही रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी को ED यानि प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से इसी मामले में समन भेजा था । ED ने छोटे अंबानी को yes bank क्राइसिस मामले में तलब किया है। आपको बता दें कि अनिल अंबानी उन चंद कंपनियों में से आते हैं जिन्होंने यस बैंक से भारी-भरकम कर्ज ले रखा है। अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस समूह की कंपनियों ने बैंक से तकरीबन 12,800 करोड़ रुपये कर्ज लिया था ।

यस बैंक ने शनिवार को अपनी दिसंबर, 2019 तिमाही की रिपोर्ट पेश करते हुए 18,564 करोड़ रुपए का घाटा होने की बात कही है। बैंक ने पिछले साल इसी अवधि में 1,000 करोड़ रुपए का लाभ दर्ज किया था और सितंबर में समाप्त हुई तिमाही में 629 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।

Yes Bank Crisis: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने अनिल अंबानी को भेजा समन

इन ुउद्योगपतियों को भी भेजा जा सकता है समन-

yes bank से लोन लेने वालों में अकेले रिलायंस कंपनी है, ऐसा कहना गलत होगा। 6 मार्च को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान जानकारी देते हुए कहा था कि यस बैंक से कर्ज लेने वालों में अनिल अंबानी ग्रुप, एस्सेल ग्रुप, आईएलएफएस, डीएचएफएल और वोडाफोन शामिल हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि Essel Group ने 8400 करोड़ रुपए, DHFL Group ने 4750 करोड़ रुपए, IL&FS ग्रुप ने 2500 करोड़ और Jet Airways ने 1100 करोड़ रुपए का कर्ज ले रखा है जो NPA ( गैर निष्पादित संपत्ति ) बन चुका है। हालांकि वोडाफोन ने यस बैंक से कितना कर्ज ले रखा है इसकी जानकारी अभी स्पष्ट रूप से सामने नहीं हासिल हो पा रही है । लेकिन आपको याद होगा वोडाफोन कंपनी पिछले दिनों एजीआर भुगतान को लेकर चर्चा में रही थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने खासी नाराजगी जताई थी और 12 बजे रात तक भुगतान करने के निर्देश दिए थे। बता दें कि उस समय वोडाफोन आइडिया पर 53,000 करोड़ रुपये बकाया बताया गया था।

खबर तो ये भी आ रही है कि ed के निशाने पर एस्सेल ग्रुप, वोडाफोन-आइडिया, इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (IL&FS), ओंकार रियल्टर्स, दीवान हाउसिंग (DHFL), जेट एयरवेज, कॉक्स एंड किंग्स, मैकलियोड रसेल और सीजी पावर जैसी कंपनियां है । और बहुत जल्द इन कंपनियों को भी समन भेजा जा सकता है।

Yes Bank के बड़े कर्जदार–

अनिल अंबानी ग्रुप12,800 करोड़ रुपए
Essel Group8400 करोड़ रुपए
DHFL Group4750 करोड़ रुपए
IL&FS ग्रुप2500 करोड़ रुपए
Jet Airways1100 करोड़ रुपए
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क्यों अनिल अंबानी के नाम पर हो रहा है हंगामा-

अब तक आपको पता चल चुका है कि अनिल अंबानी के अलावा भी कई बड़े भारतीय कंपनियों के मालिक भी आने वाले दिनों में ED के निशाने पर आ सकते हैं लेकिन ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर अनिल अंबानी के नाम पर इतना हंगामा क्यों हो रहा है। जबकि अनिल की कंपनी की तरफ से किसी घोटाले की खबर अभी तक सामने नहीं आई है। दरअसल अगर अनिल अंबानी से जुड़े हाल के घटनाक्रम पर नजर डालें तो पता चलता है कि अनिल की माली हालत फिलहाल कुछ ठीक नहीं है।

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फरवरी में 3 चायनीज बैंकों द्वारा 680 मिलियन डॉलर लोन की वापसी के लिए अनिल पर मुकदमा किया गया था। इसके पहले मार्च 2019 में भी एरिक्सन कंपनी का 7.7 करोड़ डॉलर का भुगतान न कर पाने की वजह से अनिल अंबानी के जेल जाने की नौबत आ गई थी। तब मुकेश अंबानी ने ऐन वक्त पर भुगतान कर अनिल को जेल जाने से बचाया था । यानि 2008 में दुनिया के चंद सबसे अमीर लोगों में शुमार होने वाले अनिल फिलहाल खस्ताहाल हैं ।

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