आरबीआई ने जारी किए आंकड़े रिजर्व बैंक द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य तिमाही में भी सरकारी बैंकों का दबदबा कायम रहा। कुल जमा में उनकी हिस्सेदारी 70 प्रतिशत तथा ऋण उठाव में 67 फीसदी रही। बैंकों में जमा राशि में 63.6 फीसदी सावधि खातों में, 28.1 फीसदी बचत खातों में तथा 8.3 फीसदी चालू खातों में है। देश के सभी अधिसूचित बैंकों में जमा राशि का 66 प्रतिशत महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल तथा गुजरात के बैंकों में पड़ा है, जबकि कुल ऋण उठाव में इन राज्यों की हिस्सेदारी 72 प्रतिशत रही।
१० पैसे मजबूत हुआ पैसा दूसरी तरफ, शेयर बाजार की तेजी तथा बैंकों की डॉलर बिकवाली से समर्थन पाकर मंगलवार को अंतरबैंङ्क्षकग मुद्रा बाजार में रुपया 10 पैसे मजबूत होकर 68.66 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। गत दिवस यह 30 पैसे टूटकर सवा तीन साल के निचले स्तर 66.76 रुपये प्रति डॉलर पर रहा था। रुपया तीन पैसे की तेजी के साथ 68.73 रुपये प्रति डॉलर पर खुला। कुछ देर बाद ही इसने 68.76 रुपये प्रति डॉलर के दिवस के निचले स्तर को छुआ, लेकिन इसके बाद इसमें तेजी लौट आयी। यह चढ़ता हुआ 68.60 रुपये के दिवस के उच्चतम स्तर तक भी पहुंचा। कारोबार की समाप्ति पर गत दिवस की तुलना में 10 पैसे मजबूत होकर यह 68.66 रुपये प्रति डॉलर पर रहा। कारोबारियों ने बताया कि शेयर बाजार की लगातार तीसरे दिन की तेजी से रुपये में तेजी आई है। हालांकि, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के बाजार से बड़ी मात्रा में पैसा निकालने से इसकी बढ़त सीमित रही। एफपीआई ने आज पूंजी बाजार में 71.14 करोड़ डॉलर (4889.10 करोड़ रुपये) के शेयर तथा डेट की बिकवाली की।