इन बैंकों ने बढ़ाए एमसीएलआर इन तीन बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, देना बैंक और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं। इन तीनों बैंकों ने अपना एमसीएलआर बढ़ा दिया है, जिससे ग्राहकों को ईएमआई में ज्यादा रुपए चुकाने होंगे। एसबीआई ने एमसीएलआर की दर में 0.05 फीसदी की बढ़ोतरी की है। वहीं देना बैंक और आईसीआईसीआई बैंक ने 0.10 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है।
क्या होता है एमसीएलआर एमसीएलआर पर कोई भी बैंक ब्याज की दर तय करता है। इस दर से कम दर पर देश का कोई भी बैंक लोन नहीं दे सकता है। सामान्य बोलचाल की भाषा में इसे आधार दर भी कहते हैं। एमसीएलआर को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट भी कहते हैं। ये बैंचमार्क दर होती है। इस दर के बढ़ने के बाद बैंक से लिए गए सभी लोन महंगे हो जाते हैं।
एमसीएलआर बढ़ने से होता है नुकसान एमसीएलआर की दर बढ़ने से सबसे ज्यादा नुकसान आम आदमी को ही होता है। बैंक के ग्राहकों को पहले की तुलना में ज्यादा लोन देना पड़ता है। इसके साथ ही अगर बैंक अपनी एमसीएलआर को कम कर देता है तो इससे ग्राहकों को फायदा होता है क्योंकि कस्टमर का बैंक लोन कम हो जाता है।
पहले भी कुछ बैंकों ने बढ़ाई है एमसीएलआर इन बैंकों से पहले भी कई बैंकों ने अपनी एमसीएलआर को बढ़ाया है। इसमें यूनियन बैंक, डीसीबी बैंक और लक्ष्मी विलास बैंक शामिल हैं। इन सभी बैंकों ने लोन रेट में बढ़ोतरी की थी, जिससे ग्राहकों को काफी परेशान होना पड़ा था।
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