– असली सिक्के के दूसरी ओर भारत और इंडिया अलग अलग खिला है, जबकि नकली में एक साथ लिखा हुआ है।
नकली सिक्कों की अफवाह
दुकानदार और ग्राहका एक दूसरे से 10 रुपए के सिक्के लेने से मना कर रहे हैं। हालांकि यह कोरी अफवाह है और आरबीआई ने इससे साफ इनकार किया है। बताया जा रहा है कि किसी सिरफिरे ने 10 रुपए के सिक्के बंद किए जाने की झूठी बात फैला दी। यह बात शहर के पनवाड़ी और चाय वाले से लेकर धीरे धीरे तमाम छोटे दुकानदारों तक फैल गई। अब हालात ऐसे हैं कि गुडगांव के अलावा मेवात में भी यह अफवाह पैर पसार चुकी है।
क्या कहते हैं बैंक अधिकारी
बैंक अधिकारियों ने साफ किया है कि 10 रुपए के सिक्के पर कोई रोक नहीं लगी है। अगर कोई व्यक्ति इसे लेने से मना करता है तो उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। एलडीएम आर सी नायक ने कहा कि आरबीआई के मापदंड़ों को मानने से इनकार करने पर आईपीसी की धारा 489ए से लेकर 489ई के तहत केस दर्ज किया जा सकता है। लोगों को चाहिए कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। मामले की जांच की जा रही है। अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई होगी।