कब से लागू होगा नियम- वैसे तो ये नियम लागू हो चुका है लेकिन जैसे ही कंपनियों के it इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव आ जाएगा ये कस्टमर्स ऐसा कर पाएंगे।
किश्तों में आएगा अंतर- जब सालाना प्रीमियम को मासिक या तिमाही में करेंगे, तो उसमें थोड़ा बदलाव आ सकता है। यह बदलाव 5-10 फीसदी के बीच अंतर आ सकता है। जैसे अगर आप सालाना 12 हजार रुपए प्रीमियम देते हैं तो मंथल किस्त में आपको 1050 रुपए तक देने पड़ सकते हैं जिसका टोटल सालाना 12600 होगा। इसके अलावा एक बार प्रीमियम में बदलाव करने पर अगले रिनुअल तक आप इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं कर सकते हैं।
बीमा पॉलिसी ( insurance policy ) खरीदते वक्त बताना होगा ऑप्शन- किस्त कैसे देनी है इस बात का सेलेक्शन कस्टमर पॉलिसी खरीदते समय ही करेगा क्योंकि बाद में इसे बदलना आसान नहीं होगा। चूंकि यह विकल्प बीते साल ही दिया गया है। इसलिए ज्यादातर मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियां अभी सालाना प्रीमियम पेमेंट मोड में हैं।
किसे होगा फायदा- आज की तारीख में तो फिलहाल ये हर इंसान के लिए फायदेमंद होगा क्योंकि लॉकडाउन कब खत्म होगा इस बारे में अभी कह पाना थोड़ा मुश्किल हैं। वैसे इस फैसले से छोटे और मझोले दुकानदारों जिनके पास हर महीने एकमुश्त रकम नहीं आती उनके लिए काफी सुविधाजनक हो सकती है।