हर माह एटीएम से निकाला जाता है 2.5 लाख करोड़ रुपए इसके पहले एक सप्ताह में सबसे अधिक करेंसी सर्कुलेशन 13 जनवरी 2017 को दर्ज किय गया था। उस समय एक सप्ताह में करीब 52,786 करोड़ रुपए बाजार में अधिक सर्कुलेट हुए थे। नोटबंदी के बाद साल-दर-साल के हिसाब से करेंसी सर्कुलेशन 53 सप्ताह निगेटिव रहा था। इसी साल मार्च माह में देश में करेंसी सर्कुलेशन में रिकवरी देखने को मिली थी। इस दौरान यह भी अनुमाान लगाया गया था कि साल-दर-साल के हिसाब बैंकों में नोटों की मांग में इजाफा हुअा था। यह मांग साल के अधिकतर समय में 20 फीसदी के करीब रहा था। हालांकि, एटीएम मशीनों से नकदी निकालने में भी तेजी आर्इ है। मौजूदा समय में एटीएम से प्रति माह 2.6 लाख करोड़ रुपए निकाले जाते हैं।
चुनावों के दौरान बढ़ता है लोगों के पास नकदी
गौरतलब है कि करेंसी सर्कुलेशन में इजाफा होने से बैंकों की उधार देने की क्षमता कम होती है लिहाजा ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी होती है। हालांकि, कर्इ बैंकर्स का कहना है कि त्याहारों के बाद बैंकों में करेंसी रिटर्न्स में तेजी आती है क्योंकि लोग बैंकों में पैसे वापस जमा करने लगते हैं। 5 राज्यों में चुनावों को मद्देनजर भी करेंसी सर्कुलेशन में तेजी देखने को मिलती है। साल 2013 में, आरबीआर्इ के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा था कि आमतौर पर चुनावों के सयम लोगों के पास नकदी में इजाफा देखने को मिलती है। आप इस बात का अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं।