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फिरोजाबाद

हाथरस माइनर में पानी छोड़े जाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने लगाया जाम

– नगलाबीच में जुटे सैकड़ों किसान, लंबे समय से चल रही थी मांग, चुनाव के बीच आंदोलन से छूटे प्रशासन के पसीने।

फिरोजाबादOct 01, 2020 / 06:08 pm

arun rawat

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फिरोजाबाद। हाथरस माइनर की कहानी वर्षो पुरानी है। सैकड़ोें गांवों की सिचाई का साधन रही माइनर विगत पन्द्रह सालों से सूखी पड़ी है। अन्नदाता परेशान है। लंबे समय से हाथरस माइनर में पानी छाेड़े जाने की मांग चल रही थी, हर बार आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। पानी लाने का जिम्मा भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठा.भानुप्रताप सिंह ने उठाया विगत पन्द्रह दिनों से लगातार प्रशासन से पानी छोड़ने की मांग की जा रही थी, लेकिन प्रशासन के कानों पर जूं नहीं रेंगी। एक अक्टूबर से भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने नगलाबीच नहर पर आंदोलन का ऐलान किया था।
नहर किनारे जुटे किसान
सुबह से ही किसान नहर पर जुटना शुरु हो गए थे, दोपहर तक सैकड़ों किसान हाथों में लाठी, डंडे लेकर पहुंच गए और प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में एटा-टूंडला मार्ग को जाम कर सरकार व प्रशासन के विरोध में नारेबाजी शुरु कर दी। उप चुनाव व कोरोना के बीच शुरु हुए पहले आंदोलन ने प्रशासन के पसीने छुड़ा दिए। लाख प्रयासों के बावजूद एसडीएम राजेश कुमार वर्मा व एक्सईएन सिचाई विभाग जितेन्द्र कुमार किसान नेताओं को मनाने में सफल नहीं हो सके। प्रदेश अध्यक्ष मौके पर प्रमुख सचिव को बुलाने के साथ ही पानी छोड़ने को लेकर लिखित रूप में देने की मांग कर रहे थे, जिसके चलते बात बिगड़ गई।
जल्द आएगा पानी
एक्सईएन का कहना था कि अब तक जनपद फिरोजाबाद के लिए पानी नहीं मिल रहा था, 28 सितंबर से पानी मिलना शुरु हुआ है। अब जल्द ही हाथरस माइनर में पानी छोड़ा जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हर साल नहर की कागजों में सफाई होती है, जबकि नहरे गंदगी से भरी पड़ी है। सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ है। इसकी जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए। मांगे मनमाने को शाम तक किसान नेता मौके पर जमे रहे। सुरक्षा को लेकर जनपद के सभी थाने का फोर्स, पीएसी के जवानों को लगाया गया था। भाकियू के आंदोलन पर नजर रखने को एडीएम आदित्य श्रीवास्तव व एसपी सिटी मुकेश चंद्र मिश्रा मौके पर पहुंचे। किसान नेता मौके पर प्रमुख सचिव को बुलाने की मांग पर अडे थे।
ये हैं प्रमुख मांगे
नहरों व रजवाहों में पानी छोड़ा जाए, किसान को फसल का मूल्य निर्धारित करने की आजादी हो, सरकार द्वारा पारित किसान बिल को खारिज किया जाए। नहर सफाई के नाम पर हुए करोड़ो रुपये के घोटाले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
ये रहे मौजूद
प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह, राष्ट्रीय महासचिव डॉ.रामगोपाल सिंह, राष्ट्रीय महासचिव जीतकमल सौलंकी, राष्ट्रीय सचिव कुलदीप पांडेय, प्रदेश उपाध्यक्ष सोनम सिंह, प्रदेश प्रमुख महासचिव सुनील सिंह, प्रदेश संगठन मंत्री राधेश्याम बाबा, शहजाद खान, शीलू सिकरवार, शहजाद खान, हर्ष बृजवासी, गौरव प्रताप सिंह, टिकैत प्रताप सिंह, कासगंज जिलाध्यक्ष आशीष पांडेय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कालीचरन चतुर्वेदी, प्रदेश सचिव प्रशांत यादव, रामप्रताप सिंह, उपेन्द्र सिंह किसान नेता, राहुल धाकरे, विनीत प्रताप सिंह,
पांच घंटे जाम रहा टूंडला-एटा मार्ग
भाकियू द्वारा मांगे मनमाने को लगाए गए जाम के चलते वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ी। जाम की समस्या से निपटने को प्रशासन ने पचोखरा से वाहनों को बछगांव होते हुए एटा की ओर निकाला, टूंडला आने वाले वाहनों को रजावली चौराहे से बछगांव होते हुए टूंडला की ओर निकाला गया।

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