निर्माण विभाग के एक्सईन विकास कुरील पालीवाल हॉल में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह आयोजन को लेकर अपने कार्यालय में मौजूद थे। इसी दौरान कुछ भाजपा नेता उनके पास पहुंच गए। आरोप है कि इनमें भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रामनरेश कटारा का किसी निर्माण का कार्य को लेकर विवाद हो गया।
अपर नगर आयुक्त ने काम अधिक होने का वास्ता देकर उनसे कल मिलने को कहा। इसी बात पर भाजपा नेता भड़क गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि भाजपा नेताओं ने दबाव के साथ उन्हें जब धमकी देना शुरू किया तो अपर नगर आयुक्त कंपकंपाते हुए कुर्सी से गिर पड़े। सूचना पाते ही पार्षद पति कृष्णमुरारी अग्रवाल, पार्षद पूनम शर्मा एवं पार्षद पति पीपी सिंह के अलावा कुछ कर्मचारी उन्हें तत्काल सरकारी ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंच गए। समुचित उपचार न मिलने पर उन्हें प्राइवेट ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करा दिया गया।
सरकारी ट्रॉमा सेंटर पहुंचते ही अपर नगर आयुक्त को अचानक होश आ गया। होश में आते ही नगर आयुक्त अपने अपमान को लेकर बुरी तरह से रोने लगे। लोग उन्हें काफी देर तक समझाते रहे लेकिन उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। ट्रॉमा सेंटर में नगर निगम के कई अधिकारी एवं कर्मचारी खुलकर भाजपा नेताओं पर आरोप लगाते दिखे। उनका कहना था कि भाजपा नेता अधिकतर अनुचित कार्य का दबाव बनाते हैं। मना करने पर वह सत्ता का रौब गालिब करते हुए तरह-तरह की धमकियां देते हैं। अपर नगर आयुक्त के साथ हुई घटना इसी का एक हिस्सा है।
प्राइवेट ट्रॉमा सेंटर पहुंचीं अपर नगर आयुक्त की पत्नी मीनाक्षी अपने पति की हालत देखकर आपा खो बैठीं। उन्होंने कहा कि जब से उनके पति यहां आए हैं तब से उन्हें मानसिक रूप से टार्चर किया जाता है। एक आदमी के ऊपर कई पदों का बोझ डाल देना यह किसी टार्चर से कम नही हैं। इस मामले में मेयर नूतन राठौर ने जांच की बात कही है। डीएम नेहा शर्मा ने जांच कमेटी गठित की है।