ग्राम पंचायत रसूलाबाद के ठार बल्दी में करीब एक वर्ष पूर्व अस्थाई गौशाला ग्राम पंचायत द्वारा खुलवाई गई थी। गांव से बाहर बनी इस गौशाला में गायों के लिए पानी और भूसे की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की थी। इसका शुभारंभ आगरा सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल ने जब किया था, तब इसके अंदर करीब दो दर्जन से अधिक गौवंश थे। धीरे-धीरे इसमें से सांडों को बाहर निकाल दिया गया और करीब डेढ़ दर्जन गाय इस गौशाला में रह गई थीं।
ग्रामीणों ने बताया कि करीब दस दिन पूर्व इस गौशाला के दस से 12 गाय थीं। जिन्हें वहां रह रहे प्रेमचन्द्र नामक व्यक्ति ने रविवार सुबह बाहर निकाल दिया। गाय घूमती हुई आस-पास के गांवों में पहुंच गईं। इनमें एक गाय और उसका एक छोटा सा बछड़ा भी इधर-उधर भटक रहा था। ग्रामीणों ने जब उनकी पहचान के लिए कान पर लगाए गए टैग को देखा तब जानकारी हुई कि यह सभी गाय गौशाला की हैं।
गौशाला के अंदर रह रहीं गायों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया लेकिन उसमें मुर्गी पालन केन्द्र खुल गया है। जिसमें करीब तीन दर्जन से अधिक मुर्गियां पल रही हैं। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत ग्राम प्रधान से भी की लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। योगी सरकार में गायों की दुर्दशा हो रही है।
जब इसकी जानकारी पशु चिकित्साधिकारी व प्रभारी बीडीओ डॉ. नीरज गर्ग को हुई तो वह सोमवार सुबह मौके पर पहुंचे। उनके पहुंचने से पहले ही गौशाला पर रहने वाले चौकीदार ने अपने साथियों को लगाकर गायों की खोज शुरू कर दी और उन्हें गौशाला में ले गए। हालांकि इस मामले को लेकर उच्चाधिकारी कार्रवाई के मूड़ में हैं। अधिकारी जांच कर कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं।