फ़िरोज़ाबाद का पुराना नाम चंदवार बताया जाता है। उस समय चंद्रवार के राजा चन्द्रसेन जो जैन धर्म के अनुयायी थे। फ़िरोज़ाबाद में जैन भगवान चंदाप्रभु की प्रतिमा प्राप्त हुई थी। उस चंदाप्रभु भगवान् की प्रतिमा के कारन और राजा चन्द्रसेन के नाम के कारन उस समय चंद्रवार नाम पड़ा। आज भी फ़िरोज़ाबाद के चन्द्रवार नगर में जो यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है, पर राजा चन्द्रसेन के पुराने किले के अवशेष और प्राचीन जैन मंदिर मौजूद है। यहाँ पसीने वाले हनुमान जी का मंदिर और एक पुराना शिव मंदिर भी है।
राजा चन्द्रसेन और मुहम्मद ग़ोरी के बीच 1194 में युद्ध लड़ा गया जिसमें राजा चन्द्रसेन की हार हुई थी। फ़िरोज़ाबाद का प्राचीन नाम चंदवार नगर था। फ़िरोज़ाबाद का नाम अकबर के शासन में फिरोज शाह मनसब दार द्वारा 1566 में दिया गया था। कहते हैं कि राजा टोडरमल गया से तीर्थ यात्रा कर के इस शहर के माध्यम से लौट रहे थे, तब उन्हें लुटेरो ने लूट लिया था। उनके अनुरोध पर अकबर महान ने मनसबदार फिरोज शाह को यहां भेजा था। फिरोजशाह दतौजी, रसूलपुर, मोहम्मदपुर गजमलपुर, सुखमलपुर, निज़ामाबाद, प्रेमपुर रैपुरा के आस-पास उतरा था।
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष देवेश भारद्वाज कहते हैं कि फिरोजाबाद का प्राचीन नाम चन्द्र नगर था। हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग करते हैं कि फिरोजाबाद का नाम बदलकर चन्द्र नगर रखा जाए। जिससे फिरोजाबाद को अपना पुराना गौरव प्राप्त हो सके। समाजसेविका प्रतिभा उपाध्याय कहती हैं कि इलाहाबाद और फैजाबाद की तरह फिरोजाबाद को भी अपना नाम मिलना चाहिए।