प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं और युवतियों की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया था। सरकार की मंशा थी कि इसके गठन से छेड़खानी और दुष्कर्म जैसे मामलों में कमी आएगी। पिछले शिक्षण सत्र में स्कूल और काॅलेजों के बाहर मनचलों द्वारा छेड़खानी की शिकायतें मिली थीं। इस बार ऐसा न हो इसलिए डीएम नेहा शर्मा ने एसएसपी सचिन्द्र पटेल को गर्ल्स काॅलेजों के सामने एंटी रोमियो स्क्वायड तैनात कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
डीएम नेहा शर्मा ने कहा है कि काॅलेजों में शिक्षण कार्य प्रारंभ हो गया है। ऐसे में छात्राएं नियमित विद्यालय आती जाती हैं। उनके साथ कोई अप्रिय घटना घटित न हो इसलिए विभिन्न गर्ल्स काॅलेजों के सामने, चौराहों और तिराहों पर सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं। किसी भी छात्रा द्वारा यदि छेड़छाड़ की शिकायत की जाती है तो उस पर तत्काल कार्रवाई अमल में लाई जाए। ऐसा न करने पर संबंधित थानाध्यक्ष के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। छात्राएं अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें। एक ऐसा माहौल बनाना है।
एंटी रोमियो स्क्वायड में शामिल पुलिसकर्मी संबंधित विद्यालयों में जाकर वहां की शिक्षिकाओं से भी बात कर सकते हैं। सुरक्षा संबंधी यदि किसी प्रकार की समस्या है या फिर किसी असामाजिक तत्व द्वारा गर्ल्स काॅलेज की छात्रा या शिक्षिका को परेशान किया जा रहा है तो इस पर तत्काल कार्रवाई कर आरोपी को सबक सिखाएं। ऐसा तभी हो पाएगा जब पुलिस सतर्क होकर काम करेगी।