दरसल पूरा मामला थाना दक्षिण के बस स्टैंड के पास का है। जहां अशोक नामक व्यक्ति की दुकान है। कुछ समय पहले उनका मीटर खराब हो गया था। विभागीय अधिकारियों द्वारा ही उसे बदलवाकर दूसरा मीटर लगवा दिया था। मीटर लगाने के बाद उपभोक्ता को सीलिंग रिपोर्ट भी दे दी।
होली से एक दिन पहले अचानक विभाग के एसडीओ अपने टीम के साथ दुकान पर पहुंचे और दुकानदार को हड़काते हुए कहा तुम्हारे यहां नकली मीटर लगा हुआ है जबकि दुकानदार ने कहा मीटर उसने नही विभाग के लोगो ने लगाया है। उसके पास सीलिंग के कागज भी हैं। विद्युत विभाग के कर्मचारी उसे परेशान करने लगे तभी आवाज सुनकर आस—पास के लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। भीड़ को देख विद्युत कर्मचारियों ने मीटर को सील कर दिया।
एसडीओ विवेक शर्मा से पूछा गया आखिर उनके विभाग द्वारा लगाया गया मीटर अचानक कैसे नकली हो गया और उपभोक्ता के बिजली का बिल किस प्रकार विभाग द्वारा दिया जा रहा है तो एसडीओ इस पर कोई जवाब नहीं दे सके। उन्होंने कहा कि मीटर को उतार लिया गया है। उसकी जांच कराई जाएगी।