कोरोना के चलते अप्रैल में लगने वाला इंटर नेशनल फेयर निरस्त हो गया है। जिससे शहर के कांच उद्योग को झटका लगा है। इस फेयर में क्रिसमस के त्योहार को लेकर निर्यातकों को करोड़ों के ग्लास आयटमों के आर्डर मिलने थे जो कि अब नहीं मिल सकेंगे। आईबी ग्लास इंडस्ट्रियल एरिया पर हुई निर्यातकों की बैठक में कोरोना वायरस के चलते कांच उद्योग को लग रही करोड़ों की चपत पर चिंता जताई गई। बैठक में नगर के प्रमुख ग्लास एक्सपोर्टर मुकेश बंसल टोनी ने बताया कि नई दिल्ली में 15 से 20 अप्रैल के मध्य इंटरनेशन फेयर लगना था। जिसे एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने कोरोना के चलते निरस्त कर दिया है।
निर्यातकों ने कहा कि यह फेयर शहर के कांच उद्योग के लिए अहम है। जहां दर्जन भर से अधिक देशों से 10 हजार से अधिक ग्राहक (बायर) भाग लेने आते हैं। और विदेशों में मनाए जाने वाले सबसे बड़े त्योहार क्रिसमस के लिए खरीददारी करते हैं। माल के आर्डर बुक कराते हैं। इन विदेशी बायरों के वीजा भारत सरकार ने रद कर दिए हैं। यह स्थिति फिरोजाबाद के ग्लास एक्सपोर्ट के लिए निराशाजनक है।
निर्यातकों की बैठक में अमेरिका की कंपनी पर शहर के एक्सपोर्टरों की करोड़ों की धनराशि फंसने पर चर्चा की गई। सजल सिंघल ने कहा कि अमेरिका की एक बड़ी कंपनी दिवालिया हो गई है। इस कम्पनी पर नगर के निर्यातकों, उद्यमियों को करोड़ों की रकम फंस गई है। जिसे निकालना मुश्किल हो रहा है।