सोमवार को काफी संख्या में लोग एकत्रित होकर विद्युत कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने एसडीओ पीके सिन्हा को बताया कि विभाग द्वारा चार साल बाद पहली बार बिल भेजे गए हैं। इनमें किसी के 20 तो किसी को 40 हजार का बिल भेजा गया है। वह सभी रोज कमाकर चााने वाले लोग हैं। एक साथ वह इतनी बड़ी धनराशि जमा नहीं कर सकते। इस पर उन्होंने बिल जमा होने के बाद ही कनैक्शन जोड़े जाने की बात कही।
गुस्साए लोग तहसील के सामने खाली बर्तन लेकर पहुंच गए। जहां उन्होंने एसडीएम को भी वेदना सुनाई लेकिन वह भी बिल जमा कराने की बात कहते हुए चले गए। गुस्साए महिला-पुरूषों ने टूंडला-पचोखरा रोड जाम करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर इंस्पेक्टर ज्ञानेन्द्र कुमार समेत काफी संख्या में फोर्स पहुंच गया लेकिन जाम नहीं खोला। बाद में तहसीलदार गजेन्द्र पाल सिंह समेत नायब तहसीलदार केके पांडे मौके पर पहुंचे और उन्होंने समझा बुझाकर जाम खुलवाया।
तहसीलदार गजेन्द्र पाल सिंह डंडा लेकर सभी को सड़क से हटा रहे थे। आरोप है कि तभी एक गर्भवती महिला के पेट में उन्होंने डंडा मार दिया। जिससे वह वहीं जमीन पर गिर गई। अन्य महिलाएं उसे पानी पिलाकर अपने साथ ले गईं।
सड़क जाम किए जाने के दौरान करीब आधा घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। इस दौरान जिस किसी ने भी अपना वाहन निकालने का प्रयास किया जाम लगा रहे लोग सड़क पर आकर लेट गए। इस दौरान वाहन स्वामियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।