राजाराम बघेल पुत्र रामस्वरूप निवासी औरंगाबाद ने अपने बेटे राकेश की शादी पूजा से की थी। परिजन 17 नवंबर को धूमधाम के साथ उसायनी के वैष्णो देवी मंदिर में शादी कर अपनी बहू को साथ लेकर घर आ गए। सभी परिजन बेटे की शादी की खुशियां मनाने में जुटे हुए थे। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि जिसे वह बहू बनाकर घर ला रहे हैं वह लुटेरी दुल्हन निकलेगी। 18 नवंबर की रात को लुटेरी दुल्हन ने पति राकेश, ससुर राजाराम, सास कंठश्री को दिए दूध में नशीला पदार्थ मिला दिया।
दूध पीने के कुछ समय बाद तीनों लोग अचेत हो गए। उसके बाद लुटेरी दुल्हन ने घर में रखी सोने की जंजीर, पायल, 3 अंगूठी, करधनी, 80 हजार नगदी के साथ सारा कीमती सामान लेकर अपने पति की बाइक से अपने साथ आए भाई के साथ फरार हो गई।
हालांकि पति को नशीले पदार्थ का असर बहुत कम हुआ। जब सुबह वह उठा तो पत्नी को घर न पाकर चिंतित हो उठा। उसने अपनी पत्नी को घर में तलाश किया लेकिन कहीं भी उसका सुराग नहीं लगा। उसने घटना की जानकारी अपने माता पिता को देनी चाही तो वह दोनों अचेत थे। आननफानन वह युवक अपने माता-पिता को उपचार को अस्पताल लाया। वहां पर उपचार के दौरान दोनों को होश आ गया।
पीड़ित पति राकेश ने बताया कि उसकी शादी बुआ ब्रजेश की पड़ोसन ने तय कराई थी। उन्हीं ने शादी कराई थी। हम सभी को देर रात पत्नी ने पीने के लिए दूध दिया था। दूध पीते ही हम सभी अचेत हो गए। इसी दौरान वह घर से लाखों का सामान लेकर बाइक से उसके साथ आए भाई के साथ फरार हो गई। युवक के पिता ने बताया कि उन्हे उम्मीद नहीं थी कि जिसे वह बहू बनाकर घर ला रहे है वह घर से सामान लूटकर चली जाएगी।