दिन में छाए बादलों के बाद अचानक बदले मौसम ने रात को अफरातफरी मचा दी। रात आठ बजे शुरू हुई आंधी के साथ बारिश में दर्जनों पेड़ और बिजली के खंबे धराशायी हो गए। इसके चलते सैकड़ों गांवों की आपूर्ति बाधित हो गई। पेड़ों के गिरने से कई गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। बारिश के बाद गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन आंधी से नुकसान से लोग परेशान हो गए। पिछले एक सप्ताह से आसमान से आग बरस रही थी और पारा 46 डिग्री तक पहुंच गया था। लॉकडाउन के चलते क्षेत्र का बाजार बंद था और एसी कूलर भी दम तोड़ने लगे थे। इसी बीच शुक्रवार की देर रात अचानक बूंदाबांदी हुई और गर्मी से राहत मिली।
सुबह से दोपहर तक बादल छाए गए। दो बजे के बाद धूप खिली और शाम से फिर बादल हो गए। रात आठ बजे अचानक आंधी शुरू हुई और अफरातफरी मच गई। टूंडला, नारखी समेत कई ग्रामीण क्षेत्रों में तेज आंधी के चलते पेड़ गिर गए। कई जगह से जानवरों के दबकर मरने की खबरें भी आई। शनिवार टूंडला शहर में कई घरों के टिन उड़ गए और गेट भी टूट गए। हाईवे रीजेंसी का छत पर रखा जेनरेटर का शैड टूटकर नीचे खड़ी कार पर गिरा। वहीं शिकोहाबाद, सिरसागंज और जसराना में भी आंधी से नुकसान हुआ है। शहर में कई जगह बारिश से सर्विस रोड पर जलभराव हो गया। आंधी शुरू होते ही विद्युत विभाग ने आपूर्ति बंद कर दी थी। आंधी में कई खंभे गिरने के कारण ग्रामीण क्षेत्र में बिजली नहीं आई। नगला सिंघी क्षेत्र के गांव गढ़ी थानी में कई मकान गिरने से घरेलू सामान क्षतिग्रस्त हो गया।