तीन बजे आने थे राजबब्बर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर को टूंडला में तीन बजे आना था। कांग्रेसियों ने जनसभा एवं रोड शो के लिए तैयारियां कर रखी थीं। काफी देर तक कांग्रेसी उनके आने का इंतजार करते रहे। करीब सात बजे राजबब्बर सुभाष चैराहा पर पहुंचे। राजबब्बर के पहुंचते ही कांग्रेसी उनका स्वागत करने के लिए मंच पर चढ गए। मंच टूटने के डर से राजबब्बर को स्वयं कार्यकर्ताओं से नीचे उतरने की अपील करनी पड़ी। उन्होंने मंच से सामने नजर आ रहे कांग्रेसियों का नाम लिया।
टूंडला को बताया घर इसके बाद भी वह बार-बार यही कहते रहे कि मैं किसी का नाम नहीं लूंगा। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी का हाथ उठाकर जिताने की अपील की। जाते-जाते वह अपने आप को टूंडला का होने का अहसास भी करा गए। उन्होंने कहा कि टूंडला मेरा घर है। यहां का प्रत्याशी मेरा है। इस प्रत्याशी की जीत मेरी जीत होगी। इस मौके पर कांग्रेस प्रत्याशी हरिश्चन्द्र माहौर, प्रेमचन्द्र शास्त्री, योगेन्द्र सिंह सिसौदिया, प्रकाश निधि गर्ग, मुकेश यादव, जयकिशन झा, इंतजार हुसैन, शकील हैदर, अजय वाष्र्णेय, एनपी सक्सेना, पूजा शर्मा, किरन यादव, मिथलेश देवी, मनोज दीक्षित, अवधेश त्रिपाठी, कन्हैया शर्मा, बृजराज सिंह, राजकुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।
कोई मेरा चाचा तो कोई भतीजा टूंडला से अपना रिश्ता जताते हुए उन्होंने कहा कि यहां मेरा कोई चाचा है तो कोई भतीजा और भाई। यहां सब मेरे अपने हैं। अपनों से वैसे तो वोट मांगने की जरूरत नहीं लेकिन फिर भी वह आशीर्वाद लेने के लिए यहां अपनों के बीच आए हैं। अपनों के ही आशीर्वाद से यहां कांग्रेस प्रत्याशी विजयी हो सकता है।
मेरी गाड़ी हो गई थी खराब देरी से आने पर राजबब्बर ने भरे मंच से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि मेरी गाड़ी खराब हो गई थी इसलिए समय से आपके बीच नहीं आ सका। दूसरे की गाड़ी का सहारा लेकर वह यहां तक पहुंचे हैं।
जाम में फंस गए राजबब्बर सुभाष चैराहा पर सभा समाप्त करने के बाद जैसे ही राजबब्बर गाड़ी में बैठे वह जाम में फंस गए। पुलिस व्यवस्था न होने के कारण सुभाष चैराहा पर चारों ओर से वाहन आमने-सामने आ गए। राजबब्बर ने गाड़ी निकालने के लिए लोगों से भी अपील की। करीब 15 मिनट बाद राजबब्बर की गाड़ी जाम से निकल सकी।