टूंडला तहसील से करीब सात किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत पमारी के मजरा मनी गढ़ी और गढ़ी दयाराम में मूलभूत समस्याओं का अंबार है। रविवार को दोनों गांवों के ग्रामीणों की बैठक पूर्व माध्यमिक विद्यालय मनी गढ़ी के प्रांगण में हुई। जिसमें ग्रामीणों ने कहा कि कई बार शिकायतों के बाद भी गांव की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। जलभराव की समस्या से स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानी होती है। कीचड़ से होकर लोग निकलने को विवश होते हैं।
जरा सी बारिश होने के बाद गांव से एत्मादपुर और मितावली जाने वाला मार्ग बंद हो जाता है। गांव में न सड़क है और न बिजली और पानी ही। गंदे पानी की निकासी के लिए भी कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। मुख्य मार्ग जलभराव से दलदल हो गया है। आए दिन लोग उसमें गिरकर चोटिल होते रहते हैं।
आजादी के 58 साल बाद भी गांव में गुलामी जैसे हालात हैं। ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। चेतावनी देने वालों में रामजी लाल शर्मा, कांता प्रसाद रावत, सत्य प्रकाश, देवी राम राठौर, शैतान सिंह राठौर, हरपाल यादव, रामवीर सिंह जाटव, मुकेश कुमार, प्रेम सिंह कुशवाह, दीवान सिंह यादव, मान सिंह बघेल, कालीचरण यादव, शहीद खाँ, मंगल खान, नवाजी खाँ, मुन्नी बेगम, रजिया बेगम, भानु प्रताप शर्मा, बाबू राम, मीरा देवी, कमलेश देवी, सर्वेश देवी, ओमवती देवी, ओमप्रकाश कुशवाह, विजेन्द्र सिंह, योगेश कुमार, योगेंद्र कुमार आदि हैं।