सिरसागंज थाना क्षेत्र के गांव हुसैनपुर बैजुआ निवासी करीब 58 वर्षीय छाया देवी पत्नी मोहनलाल रविवार रात्रि को घर में सो रहीं थी। उनके समीप ही दो बकरियां भी बंधी हुई थीं। सुबह के पहरे में तेज धमाका हुआ और गांव में सो रहे लोग जाग गए। बाहर देखने पर चारों ओर धूल ही धूल नजर आ रही थी। धूल छंटने पर लोग उनके घर की ओर दौड़े। जहां छाया देवी मलबे में दबी हुई थीं।
ग्रामीणों ने किसी तरह महिला को मलबे से निकालकर अस्पताल भिजवाया। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। उनकी मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। उनके बाद दो बकरियों के शव भी बाहर निकाले गए। हादसे की जानकारी होने पर डीएम सेल्वा कुमारी जे के निर्देश पर एसडीएम सिरसागंज रामसूरत पांडे मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना की लोगों से जानकारी की। वहीं समीप पड़ी बालू की भी जांच की। माना जा रहा है कि मकान निर्माण में घटिया बालू का प्रयोग होने पर संभवत: यह हादसा हुआ है। एसडीएम ने बताया कि यह हादसा दैवीय आपदा के तहत आता है। इसलिए मृतक महिला के परिजनों को चार लाख और बकरियों की मौत के लिए 1400 रुपए दिए जाएंगे।