scriptवीडियो: इस जिले में युवाओं ने किया सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत, जा निए क्या कहा | The reservation in promotions is considered as a youth of Firozabad | Patrika News
फिरोजाबाद

वीडियो: इस जिले में युवाओं ने किया सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत, जा निए क्या कहा

— युवाओं ने पदोन्नति में आरक्षण को बताया गलत, कोर्ट के आदेश को ठहराया सही।

फिरोजाबादSep 26, 2018 / 07:55 pm

अमित शर्मा

Sabarimala Temple

Suprem Court

फिरोजाबाद। सर्वोच्च न्यायालय ने पदोन्नति में आरक्षण को ठीक नहीं माना है। शीर्ष अदालत ने इस फैसले को राज्य सरकारों पर छोड़ दिया है और कहा है कि अगर राज्य सरकारें चाहें तो वे प्रमोशन में आरक्षण दे सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का युवा वर्ग ने तहेदिल से स्वागत किया है। युवाओं का कहना है कि प्रमोशन में आरक्षण नहीं होना चाहिए। आरक्षण एक जहर का काम करता है। इसका देश के विकास पर भी असरर पड़ता है।
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प्रमोशन में शिक्षा को बनाया जाए आधार
प्रमोशन में आरक्षण का विरोध करते हुए विनय यादव ने कहा कि आरक्षण या जातिगत के आधार पर प्रमोशन दिया जाना न्यायोचित नहीं है। प्रमोशन के लिए शिक्षा को आधार बनाया जाना चाहिए। देश का भविष्य तभी सुरक्षित रह सकता है जब प्रमोशन में शिक्षा को अधिक महत्व दिया जाएगा। शिक्षा से ही देश का विकास संभव है। शिक्षित व्यक्ति देश को ऊंचाइयों पर ले जाने का काम करता है।
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विकास में दीमक की भांति है प्रमोशन में आरक्षण
स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक मोहम्मद शारिक का कहना है कि प्रमोशन में आरक्षण देश के विकास में दीमक की भांति है। इसमें कम शिक्षित व्यक्ति आरक्षण का लाभ लेकर ऊंचे पद पर आसीन हो जाता है जबकि एक शिक्षित सामान्य वर्ग का व्यक्ति आरक्षण न होने के कारण पीछे रह जाता है। सुप्रीम कोर्ट का आदेश स्वागत योग्य है। सरकार को भी इस ओर सोचना होगा। तभी इस देश का विकास हो सकेगा।
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