दिल्ली ने ब्रेक के बाद पहली बार अपने घर में खेलते हुए आक्रामक शुरुआत की और लगातार हमले किए। लालियानजुआला चांग्ते के नेतृत्व में दिल्ली की अग्रिम पंक्ति ने पहले, 11वें, 15वें मिनट में अच्छा मूव बनाया लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। 20वें मिनट में राना घिरामी की गलती के कारण दिल्ली की टीम गोल खाने से बची। मेजबान टीम ने हालांकि, 29वें मिनट में जबरदस्त हमला किया और इस बार गोल में कामयाब रही। दिल्ली के लिए यह गोल गियानी जुईवेर्लून ने किया। इस गोल में रेने मिहेलिक ने उनकी मदद की।
दिल्ली की टीम ने बाल पजेशन के मामले में केरल को मीलों पीछे छोड़ दिया था और यही कारण था कि वह लगातार हमले कर रही थी। दिल्ली के लिए चांग्ते ने 41वें मिनट में एक और जोरदार हमला किया लेकिन उनके सटीक पास पर मार्कोस तेबार गोल नहीं कर सके। इंजुरी टाइम में केरल को बराबरी का गोल करने का सुनहरा मौका मिला था लेकिन कप्तान झिंगन अपने साथी सिरिल काली के पास को बेकार कर दिया। यहां दिल्ली के डिफेंडर नारायण दास ने शानदार डिफेंडिंग दिखाई और अपनी टीम की बढ़त को कायम रखा।
बराबरी का गोल करने को आतुर केरल ने ब्रेक के बाद भी अपना हमला जारी रखा और 47वें मिनट में मिले फ्रीकिक पर एक अच्छा मूव बनाया लेकिन स्लाविसा स्टोजानोविक के किक पर लेकिक पेसिक का हेडर क्रासबार से टकराकर बाहर चला गया। केरल ने 67वें मिनट में पहला बदलाव किया। चांग्ते ने 81वें मिनट में दिल्ली के लिए मूव बनाया और मिहेलिक को अच्छा क्रॉस दिया। मिहेलिक ने डेविला को पास दिया लेकिन डेविला का हेडर बाहर चला गया। 94वें मिनट में केरल के लालरुआथारा ने बांक्स में गलती कर दी जिसके कारण मेजबान टीम को पेनाल्टी मिला। मिहेलिक ने पेनाल्टी को गोल में बदलकर अपनी टीम की 2-0 से जीत सुनिश्चित कर दी।