भारत के मुख्य कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने भी माना कि छेत्री के न होने से टीम पर प्रभाव पड़ेगा लेकिन यह युवा खिलाड़ियों को खुद को साबित करने का एक मौका भी देगा। छेत्री के अलावा भारतीय टीम का कोई भी अन्य स्ट्राइकर इस सीजन फॉर्म में नजर नहीं आया है। जेजे लालपेखलुआ, सुमित पासी और मनवीर सिंह का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। अंडर-17 फीफा विश्व कप में भारत का अहम हिस्सा रहे 18 वर्षीय कोमल थताल ने प्रशिक्षण शिविर में तो हिस्सा लिया लेकिन वह अंतिम 22 सदस्यीय टीम में जगह नहीं बना पाए।
चीन के खिलाफ छेत्री की मौजूदगी में भारत की फारवर्ड लाइन का प्रदर्शन संतोषजनक रहा था लेकिन डिफेंस में बहुत सारी खामियां नजर आई थीं। गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने पिछले मैच में दमदार प्रदर्शन किया था लेकिन वह हर मैच में पूरे डिफेंस को नहीं संभाल सकते। कप्तान संदेश झिंगन के साथ सुभाशीष बोस पर भारतीय बैक लाइन को मजबूती प्रदान करने की जिम्मेदारी होगी। आईएसएल में इस सीजन दिल्ली डायनामोज के लिए औसत प्रदर्शन करने वाले डिफेंडर प्रतीम कोटाल पर भी टीम में अपनी जगह पक्की करने का अधिक दबाव होगा।
दूसरी ओर, फीफा रैकिंग में फिलहाल 112वें स्थान पर काबिज जॉर्डन को अपने पिछले दोस्ताना मुकाबले में उसे फीफा विश्व कप में फाइनल तक पहुंचे वाली क्रोएशिया के खिलाफ 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। जोर्डन की टीम भारत के मुकाबले में मजबूत मानी जा रही है लेकिन खिलाड़ियों का चोटिल होना मेजबान टीम के लिए मुश्किल का सबब बन सकता है।
टीम :
गोलकीपर : गुरप्रीत सिंह संधू, अमरिंदर सिंह।
डिफेंडर : प्रीतम कोटाल, निशु कुमार, संदेश झिंगन, अनस एडाथोडिका, सलाम रंजन सिंह, सुभाशीष बोस, नारायण दास, जैरी लालरिंजुआला।
मिडफील्डर : उदांता सिंह, जैकीचंद सिंह, प्रणॉय हलदर, अनिरुद्ध थापा, विनित राय, जर्मनप्रीत सिंह, हलीचरण नारजरी, असीक कुरुनीयन।
फारवर्ड : जेजे लालपेखलुआ, सुमित पासी, बलवंत सिंह, मनवीर सिंह।