आईओए ने दलीलों को किया नजरअंदाज
एआईएफएफ ने आईओए से कहा है कि टीम फीफा रैंकिंग में 173वें नंबर से 97वें नंबर पर पहुंच गई है। इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात में 2019 में होने वाले एएफसी एशिया कप के लिए भी क्वालिफाई कर चुकी है और और वह फीफा अंडर-17 विश्व कप का सफल आयोजन कर चुका है।हालांकि आईओए ने इन सब दलीलों को नजदरअंदाज करते हुए फुटबाल टीम को इंडोनेशिया के लिए हरी झंडी नहीं दी है।
दुनिया में 212 खेलती हैं फुटबॉल
एआईएफएफ के अध्यक्ष प्रफुल पटेल ने इन परिस्थितियों में आईओए के अध्यक्ष नरिंदर ध्रुव बत्रा से मुलाकात की है। फुटबाल संस्था ने इस सिलसिले में आईओए के सचिव राजीव मेहता और एशियाई खेलों के आयोजन समिति के चैयरमैन ललित भनोट से को एक पत्र भी लिखा है।एआईएफएफ ने पत्र में लिखा है कि आईओए यह समझ नहीं पा रहा है कि फुटबाल एक वैश्विक खेल है, जो 212 देशों में खेला जाता है और एशिया की शीर्ष-5 टीमें फीफा विश्व कप में खेलती है।
अपने पैसे से भेजने की बात कही थी एआईएफएफ ने
अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) द्वारा भारत की महिला और पुरुष फुटबाल टीमों को एशियाई खेलों के लिए न भेजने के फैसले पर निराशा जताई है। एआईएफएफ ने कहा था कि अगर आईओए भारतीय टीमों को जकार्ता जाने की इजाजत देता है तो वह इनका खर्च वहन करने के लिए तैयार है। इसके बावजूद भी टीमों को एशियाई खेलों में जाने की अनुमति नहीं मिली। आईओए ने इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में अगस्त में शुरू होने वाले एशियाई खेलों में भारतीय महिला और पुरुष फुटबाल टीमों को भेजने की अनुमति नहीं दी। एआईएफएफ ने कहा कि फुटबाल एक वैश्विक खेल है और इसे अलग नजरिये से देखा जाना चाहिए। एआईएफएफ का कहना है कि भारतीय फुटबाल ने पिछले तीन साल में शानदार सफलताएं अर्जित की है। एआईएफएफ ने आईओए से कहा है कि टीम फीफा रैंकिंग में 173वें नंबर से 97वें नंबर पर पहुंच गई है। इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात में 2019 में होने वाले एएफसी एशिया कप के लिए भी क्वालिफाई कर चुकी है और और वह फीफा अंडर-17 विश्व कप का सफल आयोजन कर चुका है।
हालांकि आईओए ने इन सब दलीलों को नजदरअंदाज करते हुए फुटबाल टीमों को इंडोनेशिया के लिए हरी झंडी नहीं दी है।