लिसेस्टर सिटी को इससे पहले चार बार एफए कप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। टीम का 2016 में इंग्लिश प्रीमियर लीग का खिताब जीतने के बाद से यह पहला बड़ा खिताब है। टीम ने अब तक तीन लीग कप भी जीते हैं। बोरूसिया डॉर्टमंड के साथ 2017 में जर्मन कप और पिछले साल पेरिस सेंट जर्मेन के साथ फ्रेंच कप जीतने वाले चेल्सी के कोच थॉमस टूचेल इस बार अपने नए क्लब के साथ खिताब जीतने में विफल रहे। साथ ही टीम अपना नौवां एफए कप खिताब जीतने से भी चूक गई।
चेल्सी और लिसेस्टर सिटी अब मंगलवार को भी प्रीमियर लीग में आमने सामने होगी, वहां हारने वाली टीम चैंपियंस लीग के अगले सीजन में जगह बनाने से चूक सकती है। चेल्सी को साथ ही 29 मई को पोटरे में मैनचेस्टर सिटी के साथ चैंपियंस लीग का फाइनल खेलना है। हार के बाद चेल्सी के मैनेजर थॉमस तुशेल ने कहा कि आज किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। वे खिलाड़ियों के प्रदर्शन से गुस्सा नहीं, बस हताश हैं। तुशेल को लगता है कि टीम ने जीतने लायक प्रदर्शन किया था। बता दें कि एफए कप सबसे ज्यादा बार जीतने का रिकॉर्ड आर्सेनल के नाम है। उसने 14 बार खिताब अपने नाम किया है। दूसरे नंबर पर मैनचेस्टर यूनाइडेट का नाम आता है। उसने 12 बार टूर्नामेंट जीता है।