अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एफआईएफएफ) ने अपनी वेबसाइट पर 57 सेकेंड का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें छेत्री ने कहा कि ‘यहां कुछ असल जिंदगी के नायक हैं, जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अदभुत काम कर रहे हैं। वे मुझे आशा और बहुत सारी प्रेरणा देते हैं और मैं उनसे जुड़ना चाहता हूं।’ साथ ही छेत्री ने कहा वे इनमें से कुछ कप्तानों को उनके ट्विटर अकाउंट की पहुंच देना चाहते हूं, ताकि महत्वपूर्ण जानकारी को बढ़ाया जा सके और अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके।
इतना ही नहीं आईएसएल में बेंगलुरु एफसी टीम के कप्तान छेत्री ने लोगों से अपील की कि वे जितना संभव हो सके, लोगों की मदद करें। छेत्री ने कहा कि हमारा देश मुश्किल समय से गुजर रहा है। हमारे चारों ओर दर्द, पीड़ा, निराशा और दुख है। इन सबक बीच, हममें से बहुत से ऐसे हैं, जिन्होंने एक-दूसरे की मदद की है और अजनबियों की पूरी मदद की है। हम सभी को इसमें भाग लेने की आवश्यकता है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं, जो भी आप कर सकते हैं, मदद करें।
बता दें कि भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे। मार्च में छेत्री का कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आया था। कोविड से उबरने के बाद छेत्री ने अब कोविड-19 से अपनी लड़ाई के बारे में बताया। उनका कहना था कि उन्हें कभी इतना दर्द नहीं हुआ था जितना इस दौरान हुआ। कोविड से उबरने के बाद भी उनके लिए रिकवरी आसान नहीं रही है। सुनील छेत्री ने कहा कि हर किसी को कोविड-19 को गंभीरता से लेना चाहिए। छेत्री का कहना है कि हर किसी को कोविड को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने कहा था कि शुरुआती पांच दिन उनके लिए काफी संघर्षपूर्ण रहे। साथ ही उन्होंने बताया कि इतना दर्द उन्होंने जिंदगी में कभी नहीं झेला था। यह बेहद बुरा था। साथ ही उन्होंने सभी से कहा कि इसको हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने सभी से अपना ध्यान रखने के लिए कहा।