कल राजिम में हुई पुलिस की कार्रवाई के बाद रविवार को गरियाबंद पुलिस ने भी जनपद सीईओ की गाड़ी पर कार्रवाई करते हुए नगर में इस मुहिम का आगाज कर दिया है। नगर के विभन्न स्थानों पर चली वाहन चेकिंग की कार्रवाई में 100 से भी अधिक गाडिय़ों पर चालानी कार्रवाई करते हुए लगभग 22 हजार रुपए जुर्माने के रूप में वसूले। इसकी चर्चा आज दिनभर नगर में रही। पूरी कार्रवाई के दौरान कई वाहन मालिकों ने पुलिस के ऊपर अपनी राजनैतिक पहुंच दिखाने का भरसक प्रयास भी किया, लेकिन गरियाबंद पुलिस के आगे किसी की एक न चली। उन्हें चालनी कार्रवाई के तहत हुए जुर्माने की राशि उन्हें जमा करनी ही पड़ी।
सुबह लगभग 10 बजे से चालू हुए पुलिस के चेंकिंग अभियान में जनपद सीईओ, जिला पंचायत उपाध्यक्ष पारस ठाकुर, गरियाबंद तहसीलदार, भाजपा मंडल मंत्री, पुरोहित ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष के अलावा तकरीबन 100 गाडिय़ों पर पुलिस ने कार्रवाई की। जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने दो दिन में दो बार कटवाया अपना चालान पुलिस की चालानी कार्रवाई के दौरान जिलापंचायत उपाध्यक्ष पारस ठाकुर पर भी दो दिनों में दो बार कार्रवाई हुई। जिस पर उन्होंने सहयोग करते हुए अपना चालान कटवाया।
1 सितंबर को राजिम और पाण्डुका में हुई कार्रवाई के दौरान पाण्डुका में भी पुलिस ने उनकी पद नाम लिखी हुई गाड़ी का चालान काटा। उसके बाद 2 सितंबर को फिर पुलिस विभाग की कार्रवाई के दौरान उस मार्ग से जाते हुए पुलिस ने जब उनका वाहन रुकवाया, तो उन्होंने अपनी गलती मानते हुए पुलिस विभाग सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानते हुए इस तरह की कार्रवाई कर रही है। पुलिस विभाग अपनी ड्यूटी निभा रही है, और अगर इस दौरान जनप्रतिनिधियों या सरकारी वाहनों पर ऐसी कार्रवाई हो रही है। तो बाकी लोगों को भी इसका सहयोग करना चाहिए।
बलौदाबाजार. वाहनों के नंबर प्लेट से पदनाम को हटाए जाने के निर्देशों के बाद नंबर प्लेट में अपना पद लिखकर धौंस जमाने वाले नेताओं की शामत आ गई। पुलिस ने शनिवार को कार्रवाई करते हुए नंबर प्लेट में पद लिखा होने में 2 प्रकरण, प्रेशर हार्न में 4 प्रकरण, बिना हेलमेट में 43 प्रकरण, बिना सीट बेल्ट पहने 15 प्रकरण, तीन सवारी 10 प्रकरण एवं अन्य धाराओं में 17 प्रकरण सहित कुल 91 प्रकरण दर्ज किए। इन प्रकरणों से कुल 43500 रुपए वसूले गए। पुलिस की कार्रवाई के बाद अब नंबर प्लेट में पदनाम लिखकर राजनीति करने वाले चुपचाप अपनी नंबर प्लेट को खोलकर पदनाम को हटवा रहे हैं। वहीं बड़े नेताओं की नंबर प्लेटों पर आज भी उनका पदनाम लिखा हुआ है। जिस पर अभी तक पुलिस कार्रवाई का किसी प्रकार का असर नजर नहीं आ रहा है।
गरियाबंद, , टीआई सिटी कोतवाली के सचिन सिंह ने बताया सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इस तरह की कार्रवाई हो रही है। कानून की नजर में सभी एक बराबर हैं। नियम सबके लिए एक बराबर है। जनप्रतिनिधियों और कुछ सरकारी वाहनों पर कार्रवाई हुई है। अगर इसके बाद भी पदनाम वाली प्लेट नहीं हटेगी, तो जितनी बार जांच में वाहन मिलेगा। उतनी बार उस पर कार्रवाई होगी ।