पुलिस ने बताया कि थाना गोबर नवापारा के ग्राम सुंदरकेरा के दानेश्वर साहू का विवाह पिछले साल मुजगहन थाना क्षेत्र की रहने वाली पिंकी साहू से हुआ था। विवाह के बाद से ही दोनों में विवाद होता था। रविवार की रात शराब के नशे में घर पहुंचे दानेश्वर ने पिंकी को मायके जाने की जिद की। जिस पर दोनों में विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि शराब के नशे में धूत दानेश्वर ने किसी वहशी की तरह पिंकी को हाथ मुक्के से पीटना शुरू कर दिया। बेदम पिटाई से पिंकी की कुछ ही देर में मौत हो गई।
यह देखकर दानेश्वर डर गया और कमरे में ही सो गया। सुबह उसने अपने पिता देवनारायण और मां कांति बाई को पूरी घटना से अवगत कराया। इस पर माता-पिता ने स्वाभाविक मौत का रूप देने की योजना तैयार की और गांववालों को बताया की पिंकी की घर पर ही गिरने से मौत हो गई। दोपहर 12 बजे जब पिंकी के घर वाले पहुंचे तो लाश पर चोट के निशान देख उन्हें हत्या करने का संदेह हुआ। वे तत्काल थाना गोबर पहुंचे और मामले की जानकारी दी।
इसके बाद टीआई राकेश ठाकुर अपने दल बल के साथ पहुंचे तो उस वक्त पिंकी की अंतिम यात्रा निकाली जा रही थी। पुलिस ने अंतिम यात्रा रोकर लाश का बारीकी से मुआयना किया, तो उन्हें मामला हत्या का लगा। लाश को उठाकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के भिजवाते हुए दानेश्वर को हिरासत में लिया। देर शाम शार्ट पीएम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने पर दानेश्वर से कड़ी पूछताछ की गई। जिसके बाद उसने हत्या करना कबूल किया।
उसने घटना में अकेले का हाथ होने की बात कही थी। लेकिन थाना प्रभारी ठाकुर का संदेह बरकरार रहा। जिस पर दानेश्वर से फिर पूछताछ शुरू की गई। आखिकार उसने मामले में माता-पिता के शामिल होने बात बताई। इसके बाद पिता देवनारायण और माता कांति बाई को गिरफ्तार करते हुए तीनों के विरुद्ध अपराध दर्ज कर न्यायलय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।