बारिश काल के देखते हुए रेत माफिया बड़े पैमाने पर रेत उत्खनन कर स्टॉक रखने की भी तैयारी कर रखी है। 24 घंटे मशीन से रेत उत्खनन का काम जारी है। इसका खामियाजा सरकार को राजस्व घाटा के रूप में उठाना पड़ रहा है। वहीं ओवरलोड रेत का परिवहन भी किया जा रहा है, जिस पर कोई कार्यवाई नहीं की जा रही है।