बुधवार को खुले मंदिर के पट
बिहार के प्रसिद्ध मंदिरों के पट तो गृह मंत्रालय के आदेश पर आठ जून सोमवार से ही भक्तों के लिए खोल दिए गए। महाबोधि मंदिर खोलने की तिथि दस जून निर्धारित की गई थी। इससे पहले मंदिर परिसर को मंगलवार दिन में सेनिटाइज कर दिया गया। श्रृद्धालुओं की फिजिकल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए परिसर में अलग—अलग गोल घेरे बनाए गए हैं। मंदिर में प्रवेश करने वालों को निर्धारित दूरी का पालन करना आवश्यक है। मंदिर में एक बार पांच श्रद्धालु ही बुद्ध के दर्शन के लिए भेजे जा रहे हैं। प्रवेश के लिए अलग—अलग समय तय किए गए हैं।
दर्शन से अभिभूत हो रहे श्रद्धालु
भगवान बुद्ध के दर्शन से श्रद्धालु अभिभूत हो रहे हैं। इन्हें लंबे समय से इसका इंतजार था। मंदिर बंद रहने से विदेशी मेहमानों का भी आवागमन बाधित था। यहां के पर्यटन कारोबार पर भी बुरा प्रभाव पड़ा। अब मंदिर के खुल जाने से होटलों में रहकर अनुष्ठान करने वाले श्रद्धालुओं में खुशी है। महाबोधि मंदिर ट्रस्ट की ओर से मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं की हेल्थ स्क्रीनिंग भी की जा रही है। दर्शन करने के लिए कतारबद्ध एक तिब्बती लामा कोरनम दोरजी ने कहा कि भगवान बुद्ध के दर्शन से उन्हें बड़ी प्रसन्नता हुई है। वह दो महीनों से यहां एक रेस्ट हाउस में पड़े रहकर अनुष्ठान कर रहे थे। लेकिन मंदिर बंद होने से भगवान की मूर्ति के दर्शन नहीं हो पाए थे। अब दर्शन पाकर बहुत खुशी हो रही है।