पेशी पर पेश नहीं करने को लेकर पक्ष रखा सेशन न्यायालय (जोधपुर जिला) में सोमवार को केन्द्रीय कारागार के अधीक्षक विक्रम सिंह पेश हुए और आसाराम को पेशी पर पेश नहीं करने को लेकर पक्ष रखा।
न्यायाधीश के समक्ष बयान मुल्जिम हुए उन्होंने कोर्ट को बताया कि बीमारी के कारण आसाराम को पेश नहीं किया जा सका था। इसके बाद सेशन न्यायाधीश भगवानदास अग्रवाल के समक्ष आसाराम के बयान मुल्जिम हुए।
दो सौ से अधिक सवाल थे बयान मुल्जिम में करीब दो सौ से अधिक सवाल थे, जो आसाराम पर लगे आरोपों से सम्बन्धित थे। आसाराम ने सभी सवालों और आरोपों को नकारते हुए बचाव के लिए समय मांगा।
आसाराम की ओर से समय मांगा गया बचाव में गवाह पेश करने की सूची देनी थी, लेकिन आसाराम की ओर से इसके लिए समय मांगा गया। इस पर कोर्ट ने 14 अक्टूबर की तारीख नियत की।
फैसला सुरक्षित रखा गया सुनवाई से पूर्व आसाराम की ओर से सीआरपीसी 311 के तहत पेश अर्जी पर बहस पूरी होने के साथ ही फैसला सुरक्षित रखा गया। इसमें अनुसंधान अधिकारी चंचल मिश्रा को पुन: जिरह के लिए बुलाने की गुहार की गई है।
किसी प्रकार का जवाब नहीं दिया आसाराम ने मीडियाकर्मियों द्वारा स्वास्थ्य को लेकर किए गए सवाल पर किसी प्रकार का जवाब नहीं दिया।