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एेसे डेंगू की चपेट में आ गया था बच्चा, सर गंगाराम में चल रहा था इलाज
जानकारी के अनुसार गाजियाबाद की न्यू पंचवटी कॉलोनी निवासी गर्व (13 साल) की 16 सितंबर को बुखार और सिर में तेज दर्द की समस्या हुई। उसे गाजियाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां डेंगू की बात कहकर उसका इलाज शुरू किया गया। लेकिन उसकी हालत बिगड़ती चली गर्इ। जिसके बाद परिजनों ने परिवार वालों ने बच्चे को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया। वहां उसकी हालत को गंभीर देखते हुए वेंटीलेटर पर रखा गया। परिवार का आरोप है कि मंगलवार को अस्पताल प्रबंधन ने इलाज का बिल 15 लाख रुपये बताया। इस पर उन्होंने इतने रुपये न होने की बात कही। आरोप है कि इसके कुछ देर बाद ही हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने गर्व को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिवार ने अस्पताल का बिल देने पाने में असमर्थता जतार्इ। आरोप है कि इसके बाद अस्पताल ने रुपया न देने तक शव देने से साफ इनकार कर दिया।
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सोशल मीडिया पर मांगी मदद, ये लोग आए सामने
वहीं बेटे का शव लेने के लिए आैर रुपये जुटाने के लिए सोशल मीडिया पर अपील की। इस पर क्रिकेटर गौतम गंभीर के फाउंडेशन ने अस्पताल के बिल के 3 लाख रुपये दे दिये। वहीं गृहमंत्री के बेटे विधायक पंकज सिंह ने भी मदद की। वहीं कुछ डॉक्टरों ने मिलकर 1 लाख रुपये व कुछ अन्य रिश्तेदारों ने पैसों की मदद की। इसके बाद उन्होंने बुधवार दोपहर करीब 3 बजे पैसा देकर बच्चे का शव लिया और अंतिम संस्कार के लिए उसे गढ़ मुक्तेश्वर लेकर गए।
मामले की जानकारी होने से किया इनकार
वहीं इस मामले में अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि उनके यहां बिल को लेकर किसी तरह की बात नहीं हुर्इ है। वहीं बच्चे के मामला में अधिकारी ने खुद की जानकारी में न होने की बात कही। साथ ही दावा किया कि जहां तक शव को 16 घंटे बाद परिजनों को सौंपने की बात है। तो परिवार वाले 24 घंटे में कभी भी शव ले सकते हैं।